Home खेती किसानी कृषि वार्ता बुंदेलखंड में 72 हजार हेक्टेयर में होगी अरहर की पैदावार

बुंदेलखंड में 72 हजार हेक्टेयर में होगी अरहर की पैदावार

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बुंदेलखंड में इस साल खरीफ के मौसम में 72 हज़ार हेक्टेयर से ज़्यादा रकबे में अरहर की खेती हुई है। बांदा और हमीरपुर जैसे जिलों में किसानों की तकदीर अरहर की खेती से बदल रही है क्योंकि इसमें मोटा मुनाफा हो रहा है। उपनिदेशक कृषि एचएस भार्गव ने बताया कि हर साल अरहर की खेती का रकबा बढ़ रहा है।

 उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में अरहर की बंपर पैदावार के लिए इस साल 72 हजार से ज्यादा रकबे में अरहर की बोआई किसानों ने की है। कम लागत में मोटा मुनाफा के लिए अब हर साल अरहर की खेती का दायरा भी बढ़ रहा है। पिछले साल पूरे क्षेत्र में साढ़े 58 हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में अरहर की पैदावार हुई थी। बुंदेलखंड अरहर की बंपर खेती के लिए हब बन गया है। यहां के किसान परम्परागत खेती के साथ आमदनी दोगुनी करने के लिए हर साल अरहर की खेती पर दांव लगा रहे हैं। बुंदेलखंड के चित्रकूट धाम बांदा के हमीरपुर जिले में सवा 2 लाख के करीब किसान खेतीबाड़ी करते हैं जबकि मंडल के महोबा, बांदा, चित्रकूट समेत आसपास के इलाकों में भी 20 लाख के करीब किसान खेतीबाड़ी से ही अपनी दशा सुधार रहे हैं। मंडल के अकेले हमीरपुर जिले में ही तीन लाख से ज्यादा हेक्टेयर रकबे में खेती होती है।

इसमें एक लाख से अधिक हेक्टेयर में खरीफ की बोआई किसान करते हैं। पिछले बार यहां साढ़े 15 हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में अरहर की बोआई कराई गई थी। पिछले साल लगातार बेमौसम बारिश से खरीफ की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा था। तमाम इलाकों में बारिश के कारण सैकड़ों हेक्टेयर रकबे में किसान बीज भी नही डाल पाए थे लेकिन अबकी बार किसानों ने खरीफ के सीजन में खेतों में बोआई का काम पूरा कर लिया है।

पिछले कई सालों से लगातार अरहर की खेती का ही बढ़ रहा दायरा
बुंदेलखंड के चित्रकूट धाम बांदा मंडल में अरहर की खेती का लगातार दायरा बढ़ रहा है। अरहर की फसल से किसानों की दशा भी अब बदल रही है इसीलिए इस साल इसकी खेती का रकबा बढ़ाया गया है। यहां के उपनिदेशक कृषि एचएस भार्गव ने बताया कि इस साल हमीरपुर जिले में बीस हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में अरहर की बोआई कराई गई है। बताया कि इसकी खेती में मोटा मुनाफा होने के कारण हर साल अरहर की खेती का रकबा अब बढ़ रहा है।

मंडल के हमीरपुर समेत चारों जिलों में इस बार खरीफ के मौसम में बहत्तर हजार से अधिक हेक्टेयर में अरहर की फलल की बोआई किसानों ने की है। बुंदेलखंड के बांदा में सर्वाधिक छब्बीस हजार हेक्टेयर में अरहर की खेती इस साल हो रही है वहीं महोबा में छियालीस हजार, चित्रकूट में इक्कीस हजार से अधिक हेक्टेयर में अरहर की फसल की बोआई हुई है। इसके अलावा हमीरपुर में बीस हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में अरहर की फसल की बोआई कराई गई है।

अरहर स किसान चमका रहे तकदीर
उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव ने बताया कि बुंदेलखंड की जमीन अरहर की फसल की पैदावार का हब माना जाता है। ज्यादातर किसान इसकी खेती प्राथमिकता पर कर रहे है। बताया कि अरहर की बंपर पैदावार होने से किसानों की तकदीर भी बदल रही है। इसकी खेती में बहुत ज्यादा लागत भी नहीं आती है लेकिन मुनाफा अधिक होता है। बताया कि अरहर की बंपर खेती बुंदेलखंड के बांदा, हमीरपुर और महोबा समेत आसपास के इलाकों में सर्वाधिक क्षेत्रफल में होती है।

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