अगर किसानों को कृषि से संबंधित समसामयिक जानकारी दी जाए, तो कृषि क्षेत्र को और बढ़ावा दिया जा सकता है. इसी के मद्देनजर विगत 27 वर्षों से कृषि क्षेत्र में निर्बाध रूप से कार्यरत कृषि जागरण कंपनी किसानों के लिए एक समयांतराल पर ‘केजे चौपाल’ का आयोजन करती रहती है. इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़ीं कंपनियों के गणमान्य लोग और प्रगतिशील किसान बतौर मेहमान आकर अपने कार्यों, अनुभवों और नवीनतम तकनीकों को साझा करते हैं. इसी कड़ी में श्री गिर गौ कृषि जतन संस्थान (गोंडल, राजकोट, गुजरात) के प्रबंध निदेशक और किसान रमेश भाई रूपारेलिया ने बातचीत की. रमेश भाई रूपारेलिया ने गाय आधारित कृषि पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि हमें किसानों को बिजनेसमैन बनाना चाहिए, किसानों को एक्सपोर्ट बनाना चाहिए. किसान को देश की उन्नति का आधार समझना चाहिए. क्योंकि किसान ही एक ऐसा व्यक्ति है, जो देशभर के हेल्थ से लेकर रोजगार जैसी चीजों के बारे में सोच सकते हैं.उन्होंने यह भी कहा कि हर हमारे देश में किसानों के द्वारा गाय आधारित खेती होगी, तो उन्हें बाजार में काफी अच्छी लाभ प्राप्त होगा और साथ ही यह खेती स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है. अपने आप को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आज के समय में लोगों को जहर मुक्त आहार को खाना होगा. लोगों को गाय आधारित खेती व उत्पादों का सेवन करना चाहिए. गाय का दूध, घी आज के आधुनिक समय में लोगों के लिए फायदेमंद है.
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि खेती के लिए गाय का गोमूत्र और गाय का गोबर पैदावार और फसल की गुणवत्ता के लिए ही फायदेमंद है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसान अपने खेत में गाय आधारित खेती को अपनाते हैं, तो वह अपनी आय को डबल नहीं बल्कि 21 गुना बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर दुनिया से मधुमक्खी और गाय ये दोनों ही इस दुनिया से लुप्त हो जाती है, तो इंसान किसी काम का नहीं रहेगा. इंसान एकदम प्लास्टिक का रह जाएगा.
रमेश भाई रूपारेलिया ने बताया कि वह, एक साधारण किसान हुआ करते थे, लेकिन “वैदिक गौपालन और गौ-आधारित कृषि” के सिद्धांतों का पालन करके उन्होंने वैश्विक बाजारों में सफलता प्राप्त की है. उन्होंने कहा, हमारा मिशन स्पष्ट है, भले ही आप शिक्षित न हों, आप आर्थिक रूप से इतने सक्षम न हों, फिर भी यदि आप दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ेंगे, तो धरती माता और देवी मां के आशीर्वाद से आपको शांति और समृद्धि से कोई वंचित नहीं कर सकता.
किसान रमेश भाई रूपारेलिया प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 40 से अधिक उच्च श्रेणी के डिग्रीधारकों और शिक्षित युवाओं को रोजगार प्रदान कर रहे हैं, साथ ही एक उदाहरण भी प्रस्तुत कर रहे हैं कि देश का हर किसान समय रहते निर्णय ले सकता है, तो एक व्यक्ति भी बेरोजगार नहीं रहेगा और किसान को समृद्ध बनने से कोई नहीं रोक सकता.