मिर्च की टॉप 5 किस्म : मिर्च विश्व में एक महत्वपूर्ण फसल है। मिर्च की खेती तीनो मौसम में की जाती है। जो विश्व के सभी देशो में उगाई जाती है। जैसे की एशिया में भारत, चीन, इंडोनेशिया, तुर्की और अफ्रीका में नाइजेरिया, घाना, टुनिशिया और अमेरिका में अर्जेनटिया, पेरू, ब्राजील ऐसे कई देशो में मिर्च की खेती की जाती है। मिर्च का मूल स्थान मैक्सिको और दूसरे दर्जे पर गुआटेमाला माना जाता है।
भारत में मिर्चें 17वीं सदी में तुर्की के पोर्टुगीज के द्वारा गोवा लाई गई और इसके बाद यह पूरे भारत में बड़ी तेजी से फैल गई। मिर्च भारत की एक महत्वपूर्ण फसल है। भारत में मिर्च की खेती तीनो मौसम में की जा सकती है। हमारे भारत देश में शिमला मिर्च की खेती बहुत अच्छी होती है। भारत में मिर्च की खेती गुजरात, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, राजस्थान आदि कई सरे राज्यों में मिर्च की खेती की जाती है। मिर्च से आचार चटनी ऐसे कई साडी वानगी बना सकते है। मिर्च हर एक सब्जी में दाल सकते है।
लिली मिर्च में कैप्सिन तत्व पाया जाता है। कैप्सिन में बहुत सारी दवाइयां बनाई जाती हैं। खासतौर पर जैसे कैंसर रोधी और तुरंत दर्द दूर करने वाले तत्व पाए जाते हैं। यह खून को पतला करने और दिल की बीमारियों को रोकने में भी मदद करता है। तो सेल जानते है मिर्च की टॉप 5 वैरायटी के बारे में।
आज केइस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की मिर्च की टॉप 5 किस्म और इन की बुवाई खास तकनीक से करेंगे तो उत्पादन अधिक मिलेगा तो आई ए जानते है मिर्च की टॉप 5 किस्म के बारे में
मिर्च की टॉप 5 वैरायटी
(1) वीएनआर रानी 332 एफ1 हाइब्रिड मिर्च की उन्नत वैरायटी
किसान भाई वीएनआर रानी 332 एफ1 भारत की प्रमुख मिर्च है। जो ज्यादा उत्पादन और उच्च गुणवत्ता के लिए जनि जाती है। इस मिर्च का विकास तेजी से होता है। जिससे जल्दी से उत्पादन मिलाने लगता है। वीएनआर रानी 332 एफ1 यह मिर्च की वैरायटी बहुत ज्यादा तीखी है। इस किस्म की पहली तुड़ाई 45 से 50 दिन में कर सकते हैं। वीएनआर रानी 332 एफ1 मिर्च मध्यम हरी होती है।
वीएनआर रानी 332 एफ1 मिर्च की लम्बाई 12 से 15 सेमि होती है। और चौड़ाई 2 से 4 सेमि होती है। वीएनआर रानी 332 एफ1 मिर्च खरीफ, रबी और जायद ऐसे तीनो मौसम में खेती की जा सकती है। एक हेक्टेयर में मिर्च का उत्पादन 80 से 150 क्विंटल तक का होता है।
(2) महिको तेजा 4 मिर्च की उन्नत वैरायटी
महिको तेजा 4 Mahyco Teja 4 यह वैरायटी मिर्च मसाला और फ्रेश सब्जियों के लिए बहुत ज्यादा उपयोग में आती है। महिको तेजा मिर्च के फल चमकदार लाल रंग के होते हैं, जिससे उन्हें बाजार में आकर्षक दिखाई देते हैं। यह मिर्च की वैरायटी अधिक उत्पादन देने के लिए प्रसिद्ध है। जिससे किसानों को अधिक लाभ होता है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
महिको तेजा मिर्च की वयरयतय रोग और किट से बहुत ज्यादा सहनशील है। जिससे किसान को दवाई में ज्यादा खर्च नहीं आता है। इसलिए महिको तेजा भारतमे बहुत ज्यादा फेमस वैरायटी मणि जाती है। महिको तेजा मिर्च का खेत में उत्पादन 90 से 160 क्विंटल प्रति हैक्टर होता है।
(3) सिंजेंटा हॉट पेपर एचपीएच 5531 मिर्च की उन्नत वैरायटी
सिजेंटा हॉट पेपर मिर्च का पौधा खड़ा होता है। जिसकी वजह से यह स्थिर और मजबूत रहता है। यह मिर्च शीघ्र और अच्छी उपज देती है। जिससे किसानों को अधिक लाभ होता है। इसकी तीखापन की मात्रा मध्यम होती है। जिससे यह मसाले बनाने के लिए अच्छी तरह से उपयोग की जा सकती है। इस मिर्च के फल झुर्रीदार मेड के साथ गहरा चमकीला लाल होता है। जिससे यह फसल बाजार में आकर्षक दिखती है। इस मिर्च का आकार मध्यम होता है।
सिजेंटा हॉट पेपर मिर्च की लम्बाई लगभग 15 सेमी और व्यास 1.2 सेमी होती है। सिजेंटा हॉट पेपर मिर्च का खेत में उत्पादन 90 से 140 क्विंटल प्रति हैक्टर होता है। इसका बुवाई का समय खरीफ में किया जाता है, जिससे यह खरीफ की फसल के रूप में उगाई जाती है।
(4) ननहेम्स इंदु एफ1 हाईब्रिड हॉट पेपर मिर्च की उन्नत वैरायटी
इस मिर्च की वैरायटी के पौधे प्रबल और ओजस्वी होते हैं। जिससे मिर्च का पौधा मजबूती से खड़ा रहता है। पत्ते गहरे हरे रंग के और छोटे होते हैं। जिससे पौधे का बनावट आकर्षक लगता है। इस मिर्च के पौधे भारी असर क्षमता वाले होते हैं। जिनमें अच्छी शाखाएं होती हैं। जो अधिक फलों को समर्थन देती हैं। इस मिर्च की किस्म लंबी दूरी के लिए परिवहन के लिए उपयुक्त होती है। जिससे फसल को बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलती है।
यह मिर्च वैरायटी प्रमुख रोगों और कीटों के प्रति सहनशील होती है। यह मिर्च वैरायटी अधिक उपज देने के लिए प्रसिद्ध है। जिससे किसानों को अधिक लाभ होता है। इसका बुवाई का मौसम खरीफ और रबी में किया जा सकता है। इसकी वृद्धि अवधि मई से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच होती है।
(5) बायोसीड अजंता हॉट पेपर मिर्च की उन्नत वैरायटी
इस मिर्च की वैरायटी में फल और विषाणु के प्रति उच्च सहनशीलता होती है। जिससे यह फसल रोगों और कीटों से अधिक सुरक्षित रहती है। इस मिर्च का फल सूखा लाल रंग का होता है। इस किस्म के पौधे अर्ध फैलाव की आदत रखते हैं। जिससे यह मिर्च का पौधा आकर्षक और व्यापक बनाता है। ताजे फलों का रंग गहरा हरा होता है। जो खाद्य में अच्छी तरह से प्रस्तुत करता है। परिपक्व फलों का रंग गहरा लाल होता है। जो इसके फलों को खासी चमकदार बनाता है।
फल की त्वचा चिकनी होती है। जिससे यह फलों को और भी आकर्षक बनाता है। इस मिर्च के फल की लम्बाई आमतौर पर 6 से 8 सेमी के बीच होती है। फल का वजन इस मिर्च के लिए आमतौर पर 6 से 7 ग्राम होता है। इस मिर्च की किस्म का तीखापन उच्च होता है। जिससे यह मसालों बनाने के लिए अच्छी तरह से उपयोग की जा सकती है।