खेती-किसानी के दौरान मौसम के बाद किसानों को सबसे ज्यादा आवारा पशुओं और डर जंगली जानवरों से रहता है। वहीं आवारा पशुओं, जंगली जानवरों और किसानों का संघर्ष सदियों से चलता आ रहा है। आवारा पशु और जंगली जानवर कभी-कभी खेतों में खड़ी पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा किसानों की फसलों को सुरक्षित रखने एवं छुट्टा पशुओं को खेतों में जाने से रोकने के लिए ‘मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना’ की घोषणा की गई है। योजना के तहत खेतो की मेड़ पर तार फेंसिंग के लिए भारी अनुदान देने वाली है। इसके लिए 50 करोड़ का बजट जारी किया है। मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के तहत किन किसानों को दिया जायेगा लाभ एवं अन्य डिटेल आर्टिकल में जानें..
50 करोड़ की बजट राशि का प्रावधान
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आठवां बजट पेश किया है। जिसमें राज्य के किसानों के लिए मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के संचालन हेतु 50 करोड़ रुपए की बजट राशि का प्रावधान किया गया है।इस राशि के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। ताकि वह अपनी फसलों को आवारा पशुओं से सुरक्षित रख सके। इस योजना का लाभ राज्य के छोटे लघु, सीमांत किसानों को दिया जाएगा। जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी और बिना किसी समस्या के किसान अपनी खेती कर सकेंगे।
क्या है मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना?
खेत की फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के तहत सोलर फेंसिंग की जायेगी। इस योजना के तहत लगाई जाने वाली सोलर फेंसिंग की बाड़ में मात्र 12 बोल्ट का करंट प्रवाहित होगा। इससे सिर्फ पशुओं को झटका लगेगा। कोई क्षति नहीं होगी।
हल्के करंट के साथ सायरन की आवाज भी होगी. छुट्टा या जंगली जानवर मसलन नीलगाय, बंदर, सुअर आदि खेत में खड़ी फसल को क्षति नहीं पहुंचा सकेंगे। मालूम हो कि शुरुआत में इस योजना CM Khet Suraksha Yojana को राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में लागू करने की योजना थी। लेकिन अब यूपी सरकार पूरे सूबे में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना लागू करने की योजना बना रही है।