ई-ट्रैक्टर एक हाईटेक इनोवेशन है जो पारंपरिक डीजल और पेट्रोल-आधारित ट्रैक्टरों का एक पर्यावरण के अनुकूल ऑप्शन पेश करता है। इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) (CSIR) के एक भाग लेबोरेटरी, केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान यानी (CMERI), दुर्गापुर द्वारा विकसित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत, ज़्यादा काम करने का ताकत और पर्यावरण के अनुकूल ट्रैक्टर देना है।
भारत में कृषि क्षेत्र (agricultural sector) को अधिक टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह (Minister of State Dr. Jitendra Singh) ने जम्मू से CSIR के विकसित ई-ट्रैक्टर रोड शो (CSIR E-Tractor Road Show) को हरी झंडी दिखाई। ये रोड शो पूरे देश को कवर करते हुए कन्याकुमारी तक जाएगा।
क्या है ई-ट्रैक्टर? (What is E-tractor?)
ई-ट्रैक्टर एक हाईटेक इनोवेशन है जो पारंपरिक डीजल और पेट्रोल-आधारित ट्रैक्टरों का एक पर्यावरण के अनुकूल ऑप्शन पेश करता है। इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के एक भाग लेबोरेटरी, केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान यानी), दुर्गापुर द्वारा विकसित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत, ज़्यादा काम करने का ताकत और पर्यावरण के अनुकूल ट्रैक्टर (E-tractor) देना है।
–ई-ट्रैक्टर की विशेषताएं और लाभ
1.पर्यावरण के अनुकूल: ई-ट्रैक्टर पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है, जिससे यह डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ट्रैक्टरों की तुलना में ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन करता है। ये वैश्विक जलवायु परिवर्तन को रोकने और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।
2.कम परिचालन लागत: पारंपरिक ट्रैक्टरों की तुलना में ई-ट्रैक्टर (E-tractor) की परिचालन लागत काफी कम है। फ़्यूल की जगह बिजली का इस्तेमाल करने से किसानों की कुल लागत में भारी कमी आएगी।
3.कम मेंटेनेंस: ई-ट्रैक्टर (E-tractor) में कम चलने वाले मेकेनिकल पार्ट होते हैं, जिससे इसके रखरखाव की ज़रूरत और लागत कम होती है।
4.सरकारी समर्थन: सरकार इस तरह के इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं के ज़रीये से किसानों को सहायता प्रदान कर रही है।
5.स्मार्ट और आधुनिक तकनीक: ई-ट्रैक्टर (E-tractor) नई तकनीकों से लैस है, जिससे ये पारंपरिक ट्रैक्टरों की तुलना में अधिक कुशलतापूर्वक काम करता है।
रोड शो: किसानों को सीधे जोड़ने की पहल
ई-ट्रैक्टर रोड शो का मुख्य उद्देश्य किसानों को इस नई टेक्नोलॉजी से रूबरू कराना और उन्हें इसके फायदे समझाना है। इस रोड शो के दौरान ई-ट्रैक्टर जम्मू से रवाना होकर कन्याकुमारी तक यात्रा करेगा, जिसमें देश के कई राज्यों और ज़िलों में इसे प्रदर्शित किया जाएगा। ये किसानों के लिए एक अनूठा अवसर होगा कि वे सामने से इस तकनीक को देखें और इसके काम करने के तरीकों को समझ पाएंगे।
सरकार की भूमिका और समर्थन
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि ई-ट्रैक्टर केवल एक तकनीकी हस्तक्षेपनहीं है, बल्कि ये कृषि क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को तकनीकी सहायता और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है ताकि वे आधुनिक कृषि समाधानों को आसानी से अपना सकें।
मुद्रा ऋण योजना और बायो-ई3 नीति (पर्यावरण, अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए जैव प्रौद्योगिकी) जैसे सरकारी कार्यक्रम इस प्रयास का हिस्सा हैं।
ई-ट्रैक्टर और भारतीय कृषि का भविष्य
कृषि क्षेत्र में तकनीकी क्रांति की दिशा में ई-ट्रैक्टर एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। बढ़ती डीजल कीमतों और पर्यावरणीय चिंताओं के बीच, इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर एक शानदार ऑप्शन है। ड्रोन-आधारित खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और हाई क्वालिटी वाली फसलों की खेती जैसे दूसरे एग्रीकल्चर इनोवेशन के साथ, ई-ट्रैक्टर भारतीय कृषि को आत्मनिर्भर और ज़्यादा कुशल बनाने में मदद कर सकता है।
ई-ट्रैक्टर रोड : हरित ऊर्जा लक्ष्यों और आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
ई-ट्रैक्टर रोड शो केवल एक प्रदर्शन नहीं है, बल्कि ये किसानों के लिए एक इन्विटेशन है कि वे इस नई टेक्नोलॉजी को अपनाएं और अपनी कृषि प्रक्रियाओं को अधिक कुशल और पर्यावरण के अनुकूल बनाएं। यह भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों और आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जैसे-जैसे यह रोड शो देशभर में अपनी यात्रा करेगा, यह किसानों को प्रत्यक्ष रूप से इस नवाचार को देखने और समझने का अवसर देगा, जिससे भारतीय कृषि में स्वच्छ ऊर्जा की क्रांति को और बल मिलेगा।