मोदी कैबिनेट की बड़ी खबरों में शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्री बनाया जाना भी था. केंद्रीय कृषि मंत्री बनते ही शिवराज सिंह चौहानएक्शन में नजर आने लगे हैं. उन्होंने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 100 दिवसीय कार्ययोजना पर चर्चा की. इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र को मजबूत करना और किसानों के संकट को कम करना है. बैठक में कृषि राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर और भागीरथ चौधरी, कृषि सचिव मनोज आहूजा और अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
बैठक में ये हुई चर्चा
बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने देशभर में कृषि उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए किसानों तक गुणवत्तापूर्ण आदानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया.एक सरकारी बयान में कहा गया है कि कार्ययोजना का उद्देश्य न केवल कृषि उत्पादों में आत्मनिर्भरता हासिल करना है, बल्कि इस क्षेत्र से निर्यात की गुणवत्ता को भी बढ़ाना है.
फसल पैदावार बढ़ाने पर हुई चर्चा
केंद्रीय मंत्री ने फसल की पैदावार बढ़ाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, उर्वरक और अन्य आवश्यक आदानों (इनपुट) तक पहुंच प्रदान करने के महत्व को रेखांकित किया.कृषि क्षेत्र अनियमित मानसून, कीटों के हमलों और बाजार कीमतों में उतार-चढ़ाव के प्रभाव से जूझ रहा है, ऐसे में केंद्र की 100-दिन की कार्ययोजना को कृषक समुदाय के भविष्य को पुनर्जीवित करने के लिए एक बहुत जरूरी उपाय के रूप में देखा जा रहा है. आने वाले दिनों में कार्ययोजना को विभिन्न राज्यों और फसल चक्रों में कार्यान्वयन के लिए विशिष्ट लक्ष्यों और समयसीमा के साथ लागू किए जाने की उम्मीद है.