नई दिल्ली. पंजाब की खनौरी सीमा पर पिछले दस महीने से डेरो डाले बैठे किसान सगठनों द्वारा ‘दिल्ली कूच’ के मद्देनजर हरियाणा के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर सुरक्षा बलों को फिर से सतर्क कर दिया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. किसानों के ‘दिल्ली कूच’ को देखते हुए सुरक्षा बलों ने दाता सिह वाला बॉर्डर पर बृहस्पतिवार को हालात से निपटने के लिए एक्सरसाइज किया और अपनी तैयारियों की समीक्षा की. किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अलावा, किसान कृषि कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न करने और पुलिस मामलों की वापसी की मांग कर रहे हैं.
पंजाब के किसानों को ‘दिल्ली कूच’ से रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने अपनी रणनीति और तैयारियों को अंतिम रूप दिया. अधिकारी ने बताया कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए नरवाना-पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर उझाना नहर पर बैरिकेड लगाए गए हैं. साथ ही नरवाना मे नहर पूल पर नाकाबंदी की गई है.
वहीं, खनौरी सीमा पर अनशन पर बैठे किसानों ने हर घर से एक व्यक्ति के पहुंचने का आह्वान किया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दाता सिंह वाला बॉर्डर पर धारा-163 लागू कर दी गई है और पांच या पाच से अधिक लोगों के जमा होने और धरना-प्रर्दशन प्रतिबंधित है.
इसके साथ ही एडवाइजरी जारी कर लोगों को गैर जरूरी न होने पर जींद जिले से पंजाब की यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है. एडवाइजरी में ज्यादा जरूरी होने पर लिंक रोड का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. हालात को देखते हुए दातासिंह वाला बॉर्डर पर सुरक्षा बल की 14 कंपनियां तैनात की गई हैं और हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है.
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अमित भाटिया ने बृहस्पतिवार को बताया कि दातासिंह वाला बॉर्डर पर निषेधाज्ञा लागू कर धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल को तैनात किया गया है और कानून व्यवस्था तथा शांति बनाए रखने के लिए आवश्क कदम उठाए गए हैं. भाटिया ने बताया कि यात्रा करने वाले लोगों के लिए परामर्श जारी किया गया है साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है.