भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, केरल में 31 मई से मानसून 2024 दस्तक दे सकता है. अनुमान है कि इस बार मानसून आने से भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि देशभर के अलग-अलग राज्यों में मानसून की एंट्री कब-कब होने वाली है.
पिछले कुछ दिनों से भारत के अलग-अलग राज्यों में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मौसम विभाग ने मानसून/Monsoon 2024 के आगमन को लेकर अपडेट जारी की है कि भारत में मानसून की एंट्री कब होने वाली है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, केरल में 31 मई के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून दस्तक दे सकता है. 1 जून से मानसून 2024 केरल में पूरी तरह से प्रवेश करने की संभावना है.देखा जाए तो केरल में मानसून की एंट्री की सामान्य तिथि पर ही हो रही है. IMD का अनुमान है कि इस बार के मानसून 2024 में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है.
मानसून 2024 की एंट्री
मौसम विभाग के द्वारा जारी की गई ताजा अपडेट के मुताबिक, मानसून 2024 सबसे पहले केरल में पहुंचगा और आखिरी में राजस्थान में पहुंचेगा. देश के विभिन्न राज्यों में मानसून की एंट्री की तिथि कुछ इस प्रकार से अनुमान लगाई गई है.
- केरल में मानसून की एंट्री 1 से 3 जून
- तमिलनाडु में मानसून की एंट्री 1 से 5 जून
- आंध्र प्रदेश में मानसून की एंट्री 4 से 11 जून
- कर्नाटक में मानसून की एंट्री 3 से 8 जून
- बिहार में मानसून की एंट्री 13 से 18 जून
- झारखंड में मानसून की एंट्री 13 से 17 जून
- पश्चिम बंगाल में मानसून की एंट्री 7 से 13 जून
- छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री 13 से 17 जून
- गुजरात में मानसून की एंट्री 19 से 30 जून
- मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री 16 से 21 जून
- महाराष्ट्र में मानसून की एंट्री 9 से 16 जून
- गोवा में मानसून की एंट्री 5 जून
- ओडिशा में मानसून की एंट्री 11 से 16 जून
- उत्तर प्रदेश में मानसून की एंट्री 18 से 20 जून
- उत्तराखंड में मानसून की एंट्री 20 से 28 जून
- हिमाचल प्रदेश में मानसून की एंट्री 22 जून
- लद्दाख, जम्मू में मानसून की एंट्री 22 से 29 जून
- दिल्ली में मानसून की एंट्री 27 जून
- पंजाब में मानसून की एंट्री 26 जून से 1 जुलाई
- हरियाणा में मानसून की एंट्री 27 जून से 3 जुलाई
- चंडीगढ़ में मानसून की एंट्री 28 जून
- राजस्थान में मानसून की एंट्री 25 जून से 6 जुलाई
- मानसून की एंट्री इस साल जल्दी
पिछले साल से पहले मानसून की एंट्री इस बार कुछ दिन पहले ही होने की संभावना है. बता दें कि साल 2023 में मानसून केरल में 8 जून को पहुंचा था लेकिन इस बार 31 मई से 1 जून के दौरान पहुंचने की संभावना है और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी पिछले साल 19 मई तो दस्तक दी थी. यह भी अनुमान है कि इस बार के मानसून में देश के करीब 20 राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून 2024 में लगभग 106 प्रतिशत यानी की 87 सेंटीमीटर बारिश होने की संभावना है. IMD के मुताबिक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक और अलग-अलग हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
फसलों के लिए अच्छी खबर
मानसून की एंट्री होने से बारिश इस बार 87 सेंटीमीटर तक होने की संभावना जताई गई है, जो कि हमारे देश के किसानों की फसलों के लिए अच्छे संकेत है. क्योंकि खरीफ फसल से अच्छी पैदावार पाने के लिए बारिश अहम भूमिका निभाती है. देखा जाए तो खरीफ फसलें मानसून की बारिश पर ही निर्भर रहती है