Home खेती किसानी कृषि वार्ता इन 2 नस्ल की बकरियों को पालने पर सरकार देगी प्रशिक्षण, अनुदान...

इन 2 नस्ल की बकरियों को पालने पर सरकार देगी प्रशिक्षण, अनुदान और ऋण सुविधाएं

0

अगर आप बकरी पालने की योजना बना रहे हैं तो आइए आपको बताते हैं कि किन दो नस्लों की बकरियों को पालने पर राज्य सरकार से मिलेगी बंपर मदद-बकरी पालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है, और इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। बकरी का दूध, बकरी का मांस, खाद्य उत्पादन के लिए डिमांड में है। बकरी का दूध सेहत के लिए फायदेमंद होता है और अच्छे दामों पर बिकता है, लेकिन इन सभी फायदों के लिए अच्छी नस्ल की बकरी पालना चाहिए। ताकि दूध ज्यादा मिले, वजन तेजी से बढ़े और वो आपके इलाके की जलवायु के हिसाब से रह सके। क्योंकि अगर जलवायु नस्ल के हिसाब से न हो तो वो जल्दी बीमार पड़ जाते हैं और उनकी मौत भी हो जाती है, इसलिए राज्य सरकार ने दो नस्लों की जानकारी दी है, जिनसे अच्छी कमाई होगी, तो चलिए जानते हैं उनके बारे में।

इन दो नस्ल की बकरियों के पालन पर मिलेगी मदद

दरअसल, हम बात कर रहे हैं बिहार राज्य सरकार की, आपको बता दें कि वहां बताया जा रहा है कि जमुनापारी और ब्लैक बंगाल बकरियों को पालने में मुनाफा है, इसीलिए बिहार सरकार का पशु और मत्स्य संसाधन विभाग इन दोनों बकरियों को पालने की जानकारी दे रहा है। बिहार की जलवायु के हिसाब से ये दोनों नस्ल की बकरियां आराम से रह सकती हैं, और अच्छी कमाई भी देगी, इनकी अच्छी कीमत भी मिलेगी। जमुनापारी नस्ल की बकरी आकार में बड़ी होती है और ज्यादा दूध देती है।इसे दूध उत्पादन के लिए पाला जा सकता है. इसका मांस भी उच्च गुणवत्ता का होता है. वहीं ब्लैक बंगाल बकरी को भी यहां अच्छे से तैयार किया जाता है। ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां गर्भधारण के लिए जल्दी तैयार हो जाती हैं। इनका मांस स्वादिष्ट होता है, जिससे अच्छी कीमत मिलती है।

प्रशिक्षण, अनुदान और ऋण सुविधाएं

बकरी पालन कम लागत में शुरू किया जा सकता है। लेकिन छोटे पशुपालकों को बकरियों को खरीदना, उनके लिए चारा-पानी की व्यवस्था करना, रहने के लिए जगह जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसके लिए बिहार राज्य सरकार उन्हें इन दो नस्ल की बकरियों के पालन का प्रशिक्षण देगी। इसके साथ ही सब्सिडी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, और संचालन सुविधाएं भी दी जाएंगी।

इसके अलावा केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना भी इस क्षेत्र में काम कर रही है। इस योजना के तहत पशुपालकों को बिना किसी गारंटी के 10 लाख रुपए तक मिलेंगे, यह योजना केवल छोटे व्यवसायियों के लिए चलाई जा रही है ताकि वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version