मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेले में लाखों की कारों से भी महंगे भैंसों ने सबका ध्यान खींचा है. सिरसा के पलविंदर सिंह का भैंसा ‘अनमोल’, जिसकी कीमत 23 करोड़ आंकी गई है.
मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला चल रहा है, इसमें आप वहां मौजूद भैंसों की कीमत जान कर हैरान रह जाएंगे, ऐसा इसलिए क्योंकि इनकी कीमत मर्सिडीज़ और फरारी कार से महंगी है. क्या कभी आप सोच सकते हैं कि किसी भैसे की कीमत 23 करोड़ रुपये भी हो सकती है ,लेकिन यहां मौजूद भैंसे अनमोल की कीमत 23 करोड़ है. वहीं, विधायक भैंस की कीमत 20 करोड़ है और भैंसे गोलू टू की कीमत 10 करोड़ है. ये सभी भैंसे मेले के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लोग इन के साथ सेल्फी भी खींच रहे हैं और इन की झलक देखने के लिए बेताब भी हैं.
अनमोल भैंसा बना आकर्षण का केंद्र
सिरसा के रहने वाले पलविंदर का भैंसा अनमोल यहां मेले में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है क्योंकि पलविंदर के अनुसार इसकी कीमत 23 करोड रुपये लग चुकी है, लेकिन उन्होंने उसको बेचा नहीं, अनमोल की उम्र 8 साल है और यह मौसम के हिसाब से खाना खाता है. काजू, बादाम, छोले उसकी डाइट का हिस्सा है. वहीं, लगभग एक दिन में इस की खुराक का खर्चा 1500 रुपये के आसपास है.
विधायक भैेंसे कीमत है 20 करोड़
हरियाणा के पानीपत के रहने वाले नरेंद्र सिंह मेले में अपने भैंसे गोलू टू और भैंसे विधायक को लेकर पहुंचे हैं, जो कि मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. कीमत की बात करें तो भैंसे गोलू टू कि कीमत 10 करोड़ रुपये है और भैंसे विधायक की कीमत 20 करोड़ रुपये है. इन को भी देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.
पानीपत के रहने वाले किसान नरेंद्र सिंह पद्मश्री सम्मानित किसान हैं. नरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके भैंसे का नाम विधायक है. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि गोलू टू के दादा का नाम गोलू वन था और परदादा का नाम गोलू था. नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन के भैंसे शुद्ध मुर्रा प्रजाति के हैं. साथ ही ये भी बताया कि गोलू टू अब रिटायर हो गया है और उसकी जगह अब विधायक ने ली है.
AC वैन से आते-जाते हैं ये भैंसे
नरेंद्र सिंह कहते हैं कि इन को भैंस के सीमन से काफी आमदनी हो रही है. उनके अनुसार खरीदारों ने गोलू टू की कीमत 10 करोड़ तक आंकी है, लेकिन वह इसको बेचने के लिए तैयार नहीं है और गोलू टू के बेटे विधायक को 20 करोड़ में भी नहीं बेचेंगे. इन भैंस की शान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इनके आने-जाने और ले जाने के लिए भी AC वैन तैयार की गई है.
किसान मेले में आने वाला हर व्यक्ति इन भैंसे की कद काठी देखकर चकित है. नरेंद्र सिंह बताते हैं कि उनको 2019 में सरकार ने डेयरी क्षेत्र में कार्य करने के लिए पद्मश्री अवार्ड दिया था. उनकी इच्छा है कि अच्छे सीमन का प्रयोग करके अच्छे भैंस तैयार हों.