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युवा किसान ने व्हील स्प्रे पंप से आसान कर दी खेती,5 लाख के लोन से खड़ी कर दी 3 करोड़ की कंपनी

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महाराष्ट्र के युवा किसान योगेश गावंडे ने 5 लाख रुपये का लोन लेकर कीटनाशक छिड़काव के लिए व्हील बेस्ड स्प्रे मशीन बनाने की कंपनी खड़ी कर दी है. उनकी कंपनी का टर्नओवर 3 करोड़ रुपये है और वह 100 लोगों को रोजगार देने के साथ ही वह हजारों किसानों के लिए खेती करना आसान कर रहे हैं.

खेतों में कीटनाशक दवा का छिड़काव करते समय छोटे भाई को पीठ में गंभीर पेस्टीसाइड प्वाइजनिंग की घटना ने बड़े भाई को पहियों पर चलने वाली कीटनाशक छिड़काव मशीन बनाने के लिए प्रेरित किया. मशीन बनाने के लिए बड़े भाई ने 5.5 लाख का लोन लिया और 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद 3 करोड़ टर्नओवर वाली नियो फॉर्म टेक नाम की कंपनी खड़ी कर दी है. यहां बात हो रही है महाराष्ट्र के औरंगाबाद के 29 वर्षीय युवा किसान और एंटरप्रेन्योर योगेश गावंडे की. 

किसान तक को दिए इंटरव्यू में योगेश गावंडे ने अपनी कंपनी शुरू करने और किसानों को आसान कीटनाशक छिड़काव वाली मशीन देने के पीछे की कहानी बताई. योगेश गावंडे ने बताया कि वह किसान परिवार से आते हैं. मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान 2015 में छोटे भाई को खेतों में कीटनाशक छिड़काव करने से पेस्टीसाइड प्वाइजनिंग हो गई. जिसके बाद उन्होंने अपने परिवार के साथ ही लोगों को आसानी से चलाई जा सकने वाली और लादने के जोखिम से बचाने वाली छिड़काव मशीन बनाने का निर्णय लिया. 

5.5 लाख रुपये लोन लेकर बनाई कंपनी 

युवा एंटरप्रेन्योर योगेश गावंडे ने कहा कि साल 2017 में भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट (बीवाईएसटी) के संपर्क में आए, जिसके बाद उन्हें अपने लक्ष्य को मजबूती देने का रास्ता मिला. उन्होंने कहा कि बीवाईएसटी की मदद से उन्हें 5.5 लाख रुपये का लोन मिला, जिससे उन्होंने मशीन बनानी और बेचनी भी शुरू कर दीं. बीवाईएसटी की संस्थापक और प्रबंध ट्रस्टी लक्ष्मी वेंकटरमन वेंकटेशन ने कहा कि योगेश ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की और उन्होंने कॉलेज के अपने प्रथम वर्ष में स्प्रे पंप का एक प्रोटोटाइप विकसित किया. इसके लिए योगेश को सम्मानित किया गया. बीवाईएसटी ने वित्तीय और व्यापार परामर्श दिया, जिसके बाद उन्होंने नियो फॉर्मटेक नाम से कंपनी स्थापित की. 

हाथ से और बैट्री से चलता है स्प्रे पंप 

योगेश गावंडे ने बताया कि उनका पहियों पर चलने वाले स्प्रे पंप बैट्री से चलता है. स्प्रे पंप से दिव्यांग किसान या किसी दुर्घटना में अपने पैर या हाथ खो चुके किसानों को खेती करने में बड़ी मदद मिली है. उन्होंने कहा कि स्प्रे पंपों को हमारी टीम ने सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है. पारंपरिक छिड़काव मशीनों की तुलना में उनका स्प्रे पंप को उपयोगकर्ता को शरीर पर लादने की जरूरत नहीं होती है और यह एक साथ 4 स्प्रे पाइप चलाता है, जिससे एक बार में फसल का काफी हिस्सा कवर हो जाता है. स्प्रे पंप को मैन्युअली हाथ से और बैटरी से भी चलाया जा सकता है. 

2023-24 में कंपनी का टर्नओवर 2 करोड़ के पार 

योगेश गावंडे ने किसान तक को बताय कि साल 2019 से अब तक वह 5 हजार स्प्रे पंप बेच चुके हैं. भारत में कई राज्यों में किसानों को स्प्रे पंप पहुंचा चुके योगेश ने केन्या की कंपनी सिनी काकू एग्रो से भी करार किया और सैंपल स्प्रे पंप भेजे हैं. उन्हें 150 स्प्रे पंप का ऑर्डर मिलने की उम्मीद है. मैन्युअल NIYO SPray Pump कीमत 10 हजार रुपये है. जबकि, टॉप मॉडल 30 हजार रुपये है. वह एडवांस मॉडल लाने जा रहे हैं जो 1.80 लाख रुपये कीमत का होगा. योगेश गावंडे ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का टर्नओवर हो चुका है, जो मार्च तक 3 करोड़ रुपये हो जाएगा. 2022-23 में 1.1 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया था. कंपनी 100 लोगों को रोजगार दे रही है.

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