भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को एक मौसम बुलेटिन जारी किया जिसमें तेलंगाना के 20 जिलों के अलग-अलग इलाकों में लू चलने का अनुमान लगाया गया है. इसमें शनिवार को कुछ अन्य स्थानों पर बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान दिया गया है. साथ ही आंधी चलने की भविष्यवाणी की गई है. आईएमडी की ओर गर्मी के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इस अलर्ट के जारी होने के बाद तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को एक सलाह जारी कर जनता से धूप में बाहर जाने से बचने के लिए कहा, खासकर दोपहर 12.00 बजे से 03.00 बजे के बीच. विभाग ने लोगों को शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय या बड़ी मात्रा में चीनी वाले पेय से बचने की भी सलाह दी क्योंकि इससे शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है और पेट में ऐंठन हो सकती है.
देश के बाकी हिस्सों के मौसम पूर्वानुमान में आईएमडी ने कहा है, 21 अप्रैल तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छिटपुट जगहों पर बारिश, बिजली और हवा के साथ हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी का अनुमान है. अरुणाचल प्रदेश में 21 अप्रैल तक भारी वर्षा होगी. असम और मेघालय में 21 अप्रैल तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा. नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 20 और 21 अप्रैल को भारी वर्षा होगी.
क्या कहा स्काईमेट ने?
प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने बताया है कि चक्रवाती सर्कुलेशन 20 अप्रैल को उत्तरी तेलंगाना, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और इससे सटे ओडिशा पर आ रहा है. इसके बाद यह यह पूर्व की ओर चला जाएगा और 21 अप्रैल को तट के करीब पहुंच जाएगा. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक सर्कुलेशन इस क्षेत्र में नम हवा को बढ़ावा देगा. इसकी वजह से तेलंगाना, दक्षिणी तेलंगाना और ओडिशा में लगातार बनी रहने वाली गर्मी बारिश और आंधी को बढ़ावा देगी.
स्काईमेट ने कहा है, ओडिशा में गर्मी से 21 अप्रैल से कुछ राहत मिल सकती है क्योंकि लू और गर्म हवाएं 21 अप्रैल तक ही जारी रहेंगी. उसके बाद ओडिशा में बारिश, आंधी तूफान की घटनाएं शुरू हो जाएंगी जो 25 अप्रैल तक जारी रहेंगी और अगले दिन 26 अप्रैल को समाप्त हो जाएंगी. इस अवधि के दौरान राज्य में तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान के अलावा कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है.
गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 22 और 23 अप्रैल को छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. ये मौसम गतिविधियां 24 अप्रैल को कम हो जाएंगी और दीघा, कोंटाई, डायमंड हार्बर आदि जैसे चरम दक्षिणी भागों तक सीमित हो जाएंगी. इसके बाद 25 अप्रैल को मौसम गतिविधियां पश्चिम बंगाल से हट जाएंगी जिससे सप्ताह के बाकी दिनों में मौसम साफ रहेगा.