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एमपी के 32 जिलों में मूंग एवं 10 जिलों में उड़द की खरीदी

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सरकार ने तय की मूंग खरीदी की प्रति हेक्टेयर मात्रा

मध्य प्रदेश खरीफ में सोयाबीन, रबी में गेहूं के बाद अब गर्मी में मूंग की खेती के लिए चर्चित होने लगा है। प्रदेश के कई जिलों में गर्मी के सीजन में मूंग की खेती बहुत अधिक होती है। मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य अच्छा होने, कम दिनों में कम लागत से अच्छा अच्छी पैदावार होने से किसान मूंग की खेती के प्रति आकर्षित हुए हैं।

प्रदेश के 32 जिलों में इन दोनों मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी चल रही है वहीं 10 जिलों में उड़द की खरीदी हो रही है सरकार ने इस वर्ष मूंग खरीदी के लिए प्रति हेक्टेयर की सीमा निर्धारित कर दी है। आईए जानते हैं, मूंग की खरीदी को लेकर जरूरी डिटेल..

यह है मूंग एवं उड़द का समर्थन मूल्य

केंद्र सरकार की ओर से मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 8682 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वहीं उड़द का एमएसपी 7400 रुपए प्रति क्विटल है। जायद सीजन या विपणन वर्ष 2024-25 में सरकारी एजेंसियों द्वारा इसी तय कीमत पर किसानों से मूंग व उड़द की खरीदी जाएगी।

31 जुलाई तक मूंग और उड़द की होगी खरीदी

मध्य प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द खरीद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश सरकार ने कहा कि दाल की खरीद की प्रक्रिया 31 जुलाई तक जारी रहेगी। मूंग की खरीद 32 जिले शामिल हैं, जबकि उड़द की खरीद 10 जिलों में की जाएगी. इसके लिए खरीद केंद्र सक्रिय कर दिए गए हैं।

मप्र कृषि विभाग के मुताबिक, मूंग की खरीद प्रक्रिया 31 जुलाई तक होगी। मूंग की खरीद 32 जिलों नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिण्ड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर और बालाघाट में होगी।

वहीं प्रदेश में उड़द खरीद की प्रक्रिया की तारीख भी 31 जुलाई तक है। उड़द की खरीद के लिए जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी और बालाघाट आदि 10 जिले शामिल हैं।

एसपी पर मूंग उड़द खरीदी की यह प्रक्रिया रहेगी

बता दें कि केंद्र सरकार ने मार्केटिंग ईयर 2024-25 के लिए मूंग और उड़द की एमएसपी (MSP) की घोषणा की थी। सरकार ने मूंग पर 8682 प्रति क्विंटल और उड़द पर 7400 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया है। इसी मूल्य पर खरीद केंद्रों पर किसानों से खरीद की जाएगी। खरीद केंद्रों पर हफ्ते में 5 दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खरीद की जाएगी। केंद्रों पर शाम 6 बजे तक तौल पर्ची जारी की जाएगी।

प्रति हेक्टर मूंग खरीदी की यह मात्रा निर्धारित

सरकार की ओर से किसानों से प्रति वर्ष रबी व खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाती है। गेहूं की खरीदी के पश्चात अब प्रदेश के मूंग उत्पादक जिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू हो चुकी है। प्रदेश के किसानों से जायद मूंग व उड़द की एमएसपी पर खरीद की जा रही ताकि उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त हो सके। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा जारी किए गए परिपत्र के अनुसार इस बार किसानों से 6 क्विंटल प्रति एकड़ की बजाए 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग की खरीदी होगी।

किसानों में नाराजगी, विधायक ने लिखा CM को पत्र

पिछले साल 6 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से मूंग खरीदी हुई थी। लेकिन इस वर्ष सरकार ने मूंग खरीदी की मात्रा 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तय कर दी है। इससे किसानों में खासी नाराजगी है। किसानों का कहना है कि सरकार ने 20 दिन देरी से समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू की है। इसके बाद मात्रा भी पिछले साल से आधी कर दी है। इससे किसानों को नुकसान होगा।

किसानों ने सरकार से मांग की है कि सरकार को तत्काल 6 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदी का आदेश देना चाहिए। विधायक डॉ. आरके दोगने ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। इसमें 15.90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के मान से मूंग की खरीदी करने की मांग की है।

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