रायबरेली जनपद के शिवगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरवा गांव के रहने वाले धर्मेंद्र कुमार अपनी पुश्तैनी जमीन पर धान, गेहूं की फसलों की खेती करते थे. परंतु उस खेती से उन्हें उतना मुनाफा नहीं मिल रहा था. इसी वजह से उन्होंने वह खेती छोड़ बागवानी की खेती शुरू कर दी.
बदलते वक्त के साथ ही खेती किसानी में भी बदलाव हो रहा है. लोग धान, गेहूं की फसलें छोड़कर बागवानी की खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जिसमें वह कम लागत में अधिक मुनाफा भी कमा रहे हैं. इसी कड़ी में रायबरेली जनपद के रहने वाले एक युवक ने भी अपनी परंपरागत फसलों की खेती छोड़ बागवानी की खेती से एक नया मुकाम हासिल किया है.
दरअसल, रायबरेली जनपद के शिवगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरवा गांव के रहने वाले धर्मेंद्र कुमार अपनी पुश्तैनी जमीन पर धान, गेहूं की फसलों की खेती करते थे. परंतु उस खेती से उन्हें उतना मुनाफा नहीं मिल रहा था. इसी वजह से उन्होंने वह खेती छोड़ बागवानी की खेती शुरू कर दी. धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक उनके गांव के कुछ लोग बागवानी की खेती यानी खरबूजे, टमाटर ,मिर्च की खेती करते थे. उन्हीं लोगों से सलाह लेकर उन्होंने भी यह खेती शुरू कर दी. वह बताते हैं कि बीते दो वर्षों से वह एक एकड़ में खरबूजे की खेती कर रहे हैं जिसमें उन्हें कम लागत में अच्छा मुनाफा हो रहा है.