उपभोक्ता वस्तु निर्माता दिग्गज आईटीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी अगले पांच साल के दौरान 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि पर उसका ‘अटूट भरोसा’ कायम है।
पुरी ने कंपनी की 113वीं सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को बताया कि आईटीसी ‘भविष्य की तकनीक, जलवायु अनुकूल, नवाचार और समावेशी राष्ट्रीय उद्यम’ का निर्माण करके दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में देश का साथ देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘भारत की सफलता पर हमारा भरोसा बना हुआ है और मध्यावधि में करीब 20,000 करोड़ रुपये के कंपनी की निवेश योजना से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।’
संवाददाता सम्मेलन में पुरी ने कहा, ‘हम अल्पावधि चुनौतियों के बावजूद भारत में अवसरों पर आशान्वित बने हुए हैं।’
उन्होंने निवेश की जानकारी देते हुए कहा कि एफएमसीजी व्यवसाय पर 35-40 प्रतिशत का बड़ा निवेश किया जाएगा। वहीं पेपरबोर्ड और पैकेजिंग के लिए यह आंकड़ा 30-35 प्रतिशत होगा। शेष निवेश कृषि सहित अन्य व्यवसायों से जुड़ा होगा।
आईटीसी की मौजूदा समय में 11 एकीकृत उपभोक्ता वस्तु निर्माण एवं लॉजिस्टिक इकाइयां हैं। पुरी का मानना है, ‘लेकिन कुछ का पूर्ण उपयोग हो चुका है, कुछ में अधिक उत्पादन तथा मशीनरी वृद्धि की गुंजाइश है, क्योंकि हम एफएमसीजी क्षेत्र में एक बहुत बड़े खिलाड़ी बनने के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं।’
वर्ष 2021 में, आईटीसी ने मध्यावधि के लिए 2 अरब डॉलर निवेश की घोषणा की थी, जिसमें से कुछ पहले ही किया जा चुका है। लेकिन अगले कुछ वर्षों में इसमें तेजी आने की संभावना है।
जल्द ही कंपनी नया ब्रांड ‘राइट शिफ्ट’ पेश करेगी, जिसमें 45+ उपभोक्ता पर ध्यान दिया जाएगा। इस ब्रांड में स्नैक उत्पाद और ड्रिंक शामिल होंगे। बाद में इसके पोर्टफोलियो में विस्तार किया जाएगा। पुरी का मानना है कि एफएमसीजी के अलावा, इन्फोटेक व्यवसाय में वृद्धि की अच्छी संभावना है।