हाइफन फूड्स की एग्री बिजनेस यूनिट हाइफार्म ने इसी क्षेत्र की एक अन्य कंपनी फाइलोके साथ पार्टनरशिप करेगी. HyFarm ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के जरिए सटीक खेती में अग्रणी बनने के लिए यह कदम उठाया है. हाईफार्म ने इस पार्टनरशिप के जरिए गुजरात के प्रमुख आलू उत्पादक क्षेत्रों और सूक्ष्म क्षेत्रों में प्रोसेसिंस में डेटा-संचालित निर्णयों को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है. कंपनी ने बयान जारी कर यह जानकारी दी. कंपनी की यह पेशकश हर किसान की अनूठी जरूरतों के हिसाब से होगी.
आलू के खेतों में लगाई गईं डिवाइस
HyFarm ने जानकारी दी कि कंपनी ने इस भागीदारी के साथ उत्तर गुजरात के 200 से ज्यादा खेतों में Fyllo की तकनीकी सुविधाओं लागू किया है, जो प्रोसेसिंग ग्रेड आलू की खेती के प्रमुख केंद्र हैं. Fyllo के IoT डिवाइस- कैरो और नेरो के इस्तेामल से टीम ने मिट्टी की नमी और बीमारी के जोखिम जैसे 12 से ज्यादा महत्वपूर्ण मापदंडों की मॉनिटरिंग की और किसानों को वास्तविक समय (Real-Time) में अनुकूलित सलाह दी.
आलू की एक जैसी उपज मिली
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कहा कि इनपुट ऑप्टिमाइजेशन के चलते खेती की लागत में 10-15 प्रतिशत की कमी की आई और साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य पर भी इसका सीधा असर देखने को मिला और आलू फसल की एकरूपता में बढ़ोतरी से मार्केटिंग लायक उपज हासिल करने में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई.
समय पर मिली बीमारियों की जानकारी
बयान में कहा गया तकनीकी एप्लीकेशन से किसानों को वास्तविक समय पर राेगों की चेतावनी दी जा सकी. इससे खास तौर पर आलू में शुरुआती समय और देर से होने वाली ब्लाइट डिसीज के प्रकाेप से बचाव के लिए समय पर निवारक हस्तक्षेप करने और फसल के स्वास्थ्य की सुरक्षा करने और खेतों में लगातार उत्पादन की क्वालिटी बनाए रखने में मदद मिली है.
हाइफार्म के सीईओ ने कही ये बात
बयान में हाइफार्म के सीईओ एस सौंदराराजाने के हवाले से कहा गया कि अनुकूलित समाधान से जमीन के हर हिस्से में सटीकता से फसलों की देखरेख और मॉनिटरिंग संभव हो रही है. इससे फ्राइज़ बनाने के लिए जरूरी हाई क्वालिटी आलू की लगातार सप्लाई में सुनिश्चित हो रही है.