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16 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, राजस्थान में जमकर बरसे मेघ; असम में बाढ़,मध्य प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश 

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उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान से लेकर पूरब में बिहार और बंगाल और असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में मूसलाधार मानसूनी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अभी 4-5 दिन देशभर में ऐसे ही हालात के अलर्ट जारी किए हैं। मंगलवार को असम व उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया, जबकि हिमाचल, हरियाणा, यूपी और दिल्ली समेत 14 राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

असम और अरुणाचल प्रदेश में बारिश के बाद आई बाढ़ से भारी तबाही मची है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम हिमंत बिस्वसरमा से बात कर हर मदद का भरोसा दिया। सरमा ने अगले 48 घंटे बेहद अहम बताए हैं। अरुणाचल में कई जगह भूस्खलन और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है। पूर्वी कमेंग में उफनती कमेंग नदी में कई घर बह गए। मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, त्रिपुरा, मेघालय में भी मूसलाधार बारिश हुई है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, केरल, और कर्नाटक में कई जगह वर्षा हुई है। वहीं राजस्थान में सोमवार सुबह 8:30 बजे से पहले के 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश बांसवाड़ा के घाटोल में 76 मिमी व जालोर के रानीवाड़ा में 71 मिमी दर्ज की गई।

काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़
असम में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में जानवरों के रहने के लिए बनाए गए 61 कैंप डूब गए। 12 जिलों में तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जंगली जानवर राष्ट्रीय राजमार्ग 715 पर पहुंच गए हैं। अब तक 60 से अधिक लोगों की जान भी जा चुकी है।  

बिहार : बिजली गिरने से 7 की मौत
बिहार के छह जिलों में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद जिले में दो और बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भागलपुर और दरभंगा जिले में एक-एक मौतें हुई हैं।

तेलंगाना में चार की मौत
तेलंगाना के नगरकुर्नूल के वानापटला गांव में मिट्टी की ढांग ढह जाने से मां और तीन बच्चों की मौत हो गई।

सड़क पर घड़ियाल
बारिश से महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून शहर में सड़क पर घड़ियाल आ गया। सड़क पर रेंगते आठ फुट लंबे घड़ियाल का वीडियो वायरल हो रहा है।

दिल्ली में मूसलाधार बारिश की वजह बादल फटना नहीं
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 28 जून को दिल्ली में हुई मूसलाधार बारिश की वजह बादल फटना नहीं था। उस दिन सुबह पांच से छह बजे के बीच एक घंटे में सफदरजंग में 91 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई थी।

प्रदेश भर के कई जिलों झमाझम बारिश, छतरपुर में सबसे ज्यादा बरसे बदरा

मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह फैल चुका है। प्रदेश के सभी हिस्सों में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हो रही है।  रविवार को राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। छतरपुर जिले के नौगांव में सबसे ज्यादा 2.9 इंच पानी गिरा। रीवा में 2.1 इंच पानी गिरा। भोपाल और टीकमगढ़ में 1 इंच के करीब बारिश दर्ज की गई। मंडला, धार, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, रतलाम, दमोह, जबलपुर, सागर, उमरिया, मलाजखंड में भी पानी गिरा। इधर मौसम विभाग ने कई जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।

शाजापुर के तापमान में सबसे ज्यादा आई गिरावट
शाजापुर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा। यहां दिन का तापमान 25.4 डिग्री रहा, जबकि रात में 22.4 डिग्री दर्ज किया गया था। पचमढ़ी, उमरिया, नौगांव, मलाजखंड, सागर और सिवनी में पारा 30 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 30.2 डिग्री, इंदौर में 31.6 डिग्री, ग्वालियर में 34.6 डिग्री, जबलपुर में 30.5 डिग्री और उज्जैन में पारा 32.2 डिग्री दर्ज किया गया।

इन जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया। जिसमें उत्तरी शिवपुरी, दमोह, सीहोर, बैतूल में भारी वर्षा के साथ बिजली गिरने की संभावना है। साथ ही भोपाल के बैरागढ़, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, शाजापुर, राजगढ़, रायसेन के भीमबेटका, सागर, टीकमगढ़, बालाघाट, पन्ना, कटनी, मैहर, रीवा, जबलपुर, मंदसौर, उज्जैन के महाकालेश्वर, रतलाम, इंदौर, नीमच, नर्मदापुरम के पचमढ़ी में बिजली गिरने के साथ मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। साथ ही भिंड, विदिशा के उदयगिरि, सिवनी, मंडला, सांची, खंडवा, आगर मालवा, गुना, देवास, दक्षिण छतरपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सतना, हरदा में रात के समय हल्की गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।  

राजधानी में बारिश से घंटो बिजली रही गुल
राजधानी भोपाल में रविवार को सुबह से ही बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। इससे शहर के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया। वहीं शाम को कई कॉलोनी में तेज हवा और बारिश के चलते 3 घंटे तक बिजली गुल रही। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। भोपाल में एक इंच के करीब बारिश दर्ज की गई।

प्रदेश में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव
प्रदेश में एक सप्ताह से लगातार बारिश का दौर चल रहा है मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉक्टर प्रीति प्रकाश ने बताया कि वर्तमान समय में प्रदेश में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। वहीं, ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस कारण पूरे प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है। उत्तर और पूर्वी हिस्सों में इसका असर ज्यादा है।

जाने प्रदेश में कब कहां पहुंचा मानसून
मध्य प्रदेश में मानसून 21 जून को पहुंच गया था पूरे प्रदेश में फैलने में एक सप्ताह का समय लग गया। 21 जून को 6 जिले- पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों में सबसे पहले मानसून पहुंचा। 23 जून को 26 जिले- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिंगरौली में मानसून एंटर हुआ। 25 जून को 17 जिले- झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, आगर, शाजापुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा और मऊगंज जिलों में मानसून आया। 27 जून को 6 जिले- ग्वालियर, श्योपुरकलां, भिंड, मुरैना, दतिया और निवाड़ी जिलों में मानसून पहुंचा।

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