रबी फसलों की बुवाई की शुरूआत के साथ ही किसानों के बीच डीएपी और यूरिया खाद की मांग बढ़ गई है. इसका फायदा उठाते हुए जालसाज नकली और मिलावटी यूरिया खाद बाजार में खपा रहे हैं. बीते दिनों पंजाब और हरियाणा में कई जगह से बड़े पैमाने पर नकली खाद बिक्री के मामले सामने आए हैं. जांच में कई सैंपल मिलावटी और घटिया पाए गए हैं. ऐसे में यूपी कृषि विभाग ने किसानों को असली यूरिया की पहचान का तरीका बताया है, जिसे किसान घर बैठे अपनाकर नकली खाद से बच सकते हैं.
मनमाने तरीके से खाद के साथ दूसरे उत्पाद बेच रहे विक्रेता
राजस्थान समेत कई राज्यों में किसानों की खाद जरूरत का गलत फायदा उठाकर कुछ विक्रेता खाद की बोरियों के साथ टैगिंग करके दूसरे प्रोडक्ट बेच रहे हैं और किसानों पर खरीदने का दबाव बनाते हैं. राजस्थान की कृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने कहा कि उर्वरक विक्रेताओं की ओर से यूरिया, डीएपी, एसएसपी एवं एनपीके उर्वरकों के साथ अन्य प्रोडक्ट जैसे सल्फर, हर्बीसाईड, पेस्टीसाईड, सूक्ष्म तत्व मिश्रण, बायोफर्टिलाइजर आदि उत्पाद किसानों के नहीं चाहने पर भी टैगिंग कर बेचे जा रहे हैं, जो कि अनुचित है. ऐसा करते पकड़े जाने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
पंजाब में उर्वरकों के 24 सैंपल जांच में फेल
पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने सहकारी समितियों को घटिया डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की आपूर्ति करने वाली दो उर्वरक कंपनियों के बीते माह लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. पंजाब में डीएपी स्टॉक से 40 नमूने एकत्र किए गए थे. इनमें से 24 नमूने उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के अनुसार घटिया गुणवत्ता के पाए गए. गुणवत्ता नियंत्रण अभियान के तहत अब तक उर्वरकों के 1,004 नमूने एकत्रित कर जांच के लिए विभिन्न प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं.
हरियाणा में खाद और बीज के 15 नमूने घटिया मिले
बीते महीने हरियाणा के करनाल जिले में बीज, उर्वरक और कीटनाशकों के 33 सैंपल गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं. इस खुलासे से क्षेत्र में कृषि इनपुट्स की गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. क्योंकि इससे किसानों को नुकसान हो रहा है विभाग की ओर से जांच के लिए कुल 436 सैंपल एकत्र किये गये थे. इनमें बीज के 165, उर्वरक के 96 और कीटनाशकों के 175 सैंपल शामिल हैं. बीज और उर्वरकों के नौ-नौ नमूने और कीटनाशकों के 15 नमूने घटिया या गलत ब्रांड वाले पाए गए हैं.
किसान ऐसे करें असली यूरिया की पहचान
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो ने किसानों को सलाह दी है कि वह नकली और मिलावटी उर्वरकों की कैसे पहचान करें. किसानों को असली और नकली यूरिया की पहचान का तरीका बताया गया है. कृषि विभाग के अनुसार असली यूरिया सफेद चमकदार लगभग समान आकार गोल दाने की होती है. अगर दाने छोटे-बड़े, टेढ़े-मेढ़े हैं और रंग भी भद्दा है तो वह मिलावटी यूरिया हो सकती है.
यूरिया की शुद्धता जांचने का तरीका
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो के अनुसार किसान घर में आसानी से यूरिया की शुद्धता जांच सकते हैं और पता कर सकते हैं उन्हें मिलावटी या नकली यूरिया मिला है या वह असली यूरिया खरीदकर लाए हैं.
- शुद्ध यूरिया पानी में पूरी तरह से घुलनशील होती है. इसलिए किसान घर में ही यूरिया को पानी की बाल्टी में डालकर जांच लें.
- शुद्ध यूरिया गर्म तवे पर रखने से पिघल जाती है और आंच तेज करने पर कोई अवशेष नहीं बचता. इस प्रक्रिया के जरिए भी यूरिया की शुद्धता को किसान जांच सकते हैं.