नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा कि मॉनसून के कारण चालू खरीफ सीजन में आलू, प्याज तथा टमाटर की फसल के रकबे में बढ़ोतरी हो सकती है। इससे इन तीनों के ही तेजी से बढ़े दाम से उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है। दिल्ली में टमाटर के खुदरा भाव 100 रुपये किलो तक पहुंच गए और कुछ शहरों में यह इससे भी महंगा बिक रहा है। प्याज की कीमत भी बढ़कर 60 रुपये किलो हो चुकी हैं।
आलू के भाव भी पिछले साल से तेज हैं और यह खुदरा बाजार में 30 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। कृषि मंत्रालय ने चालू खरीफ सीजन में 2.72 लाख हेक्टेयर टमाटर के रकबे का लक्ष्य रखा है, जो पिछले खरीफ सीजन के रकबा 2.67 लाख हेक्टेयर से अधिक है। मुख्य टमाटर उत्पादक क्षेत्रों जैसे आंध्र प्रदेश के चित्तूर और कर्नाटक के कोलार में टमाटर की फसल अच्छी हालत में है। कोलार में टमाटर की नई फसल अगले कुछ दिनों में बाजार में आने लगेगी। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे टमाटर उत्पादक राज्यों में भी खरीफ सीजन में टमाटर का रकबा बढ़ा है।
दिल्ली में टमाटर के थोक भाव पिछले साल की तुलना में थोड़े कम हैं। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि कुछ सप्ताह पहले दाम ज्यादा थे। रबी सीजन 2024 में प्याज के उत्पादन में थोड़ी कमी के बावजूद घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति ठीक है। सरकार ने इस साल खरीफ सीजन में 3.16 लाख हेक्टेयर प्याज के रकबा का लक्ष्य रखा है। यह पिछले खरीफ सीजन से 27 फीसदी ज्यादा है। आधिकारिक बयान के मुताबिक प्रमुख खरीफ उत्पादक राज्य कर्नाटक में 30 फीसदी प्याज खेतों में लग चुकी है। कर्नाटक में इस खरीफ सीजन में प्याज के रकबा का लक्ष्य 1.5 लाख हेक्टेयर है। दूसरे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में भी प्याज बोआई का काम अच्छा चल रहा है। 2024 के रबी सीजन में 191 लाख टन प्याज का उत्पादन होने का अनुमान है, जो प्याज की घरेलू खपत 170 लाख टन को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। रबी वाले प्याज की कटाई के बाद मौसम शुष्क रहने से भी इस साल प्याज के भंडारण में कम नुकसान हुआ है। आलू रबी सीजन की फसल है। लेकिन इसका उत्पादन कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मेघालय, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में खरीफ सीजन में भी होता है। खरीफ सीजन वाला आलू सितंबर से नवंबर के बीच बाजार में उपलब्ध होता है।
बारिश के जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है वहीं, दूसरी तरफ जेब का बोझ बढ़ गया है. दरअसल, भारी बारिश में आम जनता को महंगाई का करंट एक बार फिर लगा है. आलू, प्याज और टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं. खुदरा मार्केट में महंगााई की पिच पर टमाटर शतक लगा चुका है. देश के ज्यादातर हिस्सों में टमाटर के दाम 130 रुपये तक पहुंच गए हैं. जबकि, प्याज 90 और आलू 80 रुपये पर पहुंच गया. ये आंकड़े उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट से लिए गए हैं.
भारी बारिश के कारण कई जगह सब्जियां और फल खराब हो रहे हैं तो कई जगह यातायात प्रभावित होने के कारण सब्जियां पहुंच नहीं पा रही है. जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं.
टमाटर के दाम ने लगाया शतक
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार खुदरा मार्केट में टमाटर शतक लगा चुका है. इसके दाम 130 रुपये तक पहुंच गया. इतना ही नहीं आलू और प्याज के दाम भी 80-90 रुपये के आसपास है. जो शहर मानसून से प्रभावित हैं वहां टमाटर के दाम 100 रुपये के पार पहुंच गए. इसी हफ्ते अंडमान निकोबार में टमाटर 116.67 रुपये किलो बिका. इसके अलावा आलू का भाव 61.67 रुपये किलो और प्याज 60 किलो में बिका.
दिल्ली-बिहार में प्याज टमाटर के दाम
दिल्ली में प्याज के भाव 50 रुपये किलो, टमाटर 40 रुपये किलो और आलू 40 रुपये किलो में मिल रहा है. बिहार में टमाटर के दाम 40.19 रुपये किलो, आलू के दाम 30 रुपये किलो और प्याज 35.89 रुपये किलो बिका.
इन राज्यों में बढ़ रही महंगाई
नागालैंड, मेघालय, सिक्किम, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. मानसून के कारण इन राज्यों में सप्लाई कम हो गई है. मंगलवार को नागालैंड में आलू के दाम 33.38 रुपये किलो, टमाटर के दाम 76.56 रुपये किलो और प्याज के दाम 59.38 रुपये किलो में मिला.
अभी कितनी और महंगी होंगी सब्जियां?
मौसम विभाग का अनुमान है कि जुलाई में बारिश सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है. ये लंबी अवधि के औसत का 106% से अधिक है. फिर भी, अब तक कम बारिश होने और जून में देश के बड़े हिस्से में लू चलने के कारण, कई जल्दी खराब होने वाली चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है, क्योंकि उनकी बाजार में आवक गिरी है, इसका बड़ा असर टमाटर, प्याज और आलू जैसी प्रमुख सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में देखा जा रहा है.
मुंबई में प्याज और आलू की रिटेल कीमतें इस समय एक साल पहले के मुकाबले दोगुना हैं, जबकि टमाटर की कीमतें करीब 60% बढ़ी हैं. प्याज इस वक्त 50 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा के भाव पर बिक रहा है, जबकि मुंबई में टमाटर 80 रुपये प्रति किलो से ऊपर निकल गया है.