ज्यादा बारिश के चलते सोयाबीन फसल में कई प्रकार के किट एवं रोगों का प्रकोप देखा जाता है।इसके लिए भारतीय अनुसंधान संस्थान द्वारा समय समय पर सोयाबीन कृषकों के लिए एडवाइजरी जारी की जाती है।ऐसे में अब भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने सोयाबीन में लग रहे किट रोग के बचाव के लिए साप्ताहिक सलाह जारी की है।
आइए जानते है किसान भाइयों के लिए क्या है साप्ताहिक सलाह
रोग प्रबंधन के लिए सलाह
1. रायजोक्टोनिया एरिअल ब्लाइट रोग के लक्षण दिखाई देने पर सलाह हैं कि नियंत्रण हेतु अनुशंसित फफूंदनाशक पायरोक्लोस्ट्रोबीन 20% WG (375-500 ग्रा/हे)
या फ्लुक्सापय्रोक्साड 167 g/l + पायरोक्लोस्ट्रोबीन 333 g/I SC (300 मिली/हे) या पायरोक्लोस्ट्रोबीन + इपोक्कोसीकोनाजोल 50g// एस.ई. (750 मिली/हे) जैसे फफूंदनाशकों का अपने फसल पर छिडकाव करें। : Soybean Advisory
2. लगातार बारिश होने वाले क्षेत्रों में एन्थ्राक्नोज रोग की सम्भावना अधिक होती हैं। अतः इसके प्रारंभिक लक्षण देखे जाने पर कृषकों को सलाह हैं कि इसके नियंत्रण हेतु शीघ्रातिशीघ्र टेबूकोनाजोल 25.9 ई.सी. (625 मिली/हे)
या टेबूकोनाजोल 38.39 एस.सी. (625 मिली/हे) या टेबूकोनाझोल 10%+सल्फर 65%WG (1.25 किग्रा./हे) या कार्बेन्डाजिम 12% + मेन्कोजेब 63% डब्ल्यू.पी. (1.25 किग्रा/हे) से फसल पर छिडकाव करें। : Soybean Advisory
3. पीला मोज़ेक / सोयाबीन मोज़ेक रोग के लक्षण दिखने पर प्रारंभिक अवस्था में ही रोगग्रस्त पौधों को खेत से उखाड़कर निष्कासित करें।
इन रोगों को फ़ैलाने वाले वाहक सफ़ेद मक्खी/एफिड की रोकथाम हेतु एसिटेमीप्रीड 25 % + बायफेंथ्रिन 25% WG (250ग्रा./हे) का छिडकाव करें। : Soybean Advisory
इसके स्थान पर पूर्वमिश्रित कीटनाशक थायोमिथोक्सम + लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन (125मिली/हे) या बीटासायफ्लुथ्रिन+इमिडाक्लोप्रिड ( 350 मिली/हे) का भी छिडकाव किया जा सकता हैं।
इनके छिड़काव से तना मक्खी का भी नियंत्रण किया जा सकता है। यह भी सलाह है कि सफ़ेद मक्खी के नियंत्रण हेतु कृषकगण अपने खेत में विभिन्न स्थानों पर पीला स्टिकी ट्रैप लगाएं।
इनके लिए केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड द्वारा हाल ही में अनुशंसित कीटनाशक / रसायनों (सूचि सलग्न-तालिका 1) के छिडकाव किया जा सकता हैं :-
क्र. | कीटनाशक | किट | मात्रा/है. |
1 | क्विनालफॉस 25 ई.सी. | लीफ वीविल | 1 ली. |
2 | क्विनालफॉस 01.50 डी.पी. | पोड बोरर | 250 ग्राम |
3 | क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी | हरी सेमीलूपर इल्ली, तना मक्खी एवं चक्र भृंग | 150 मिली |
4 | इमामेक्टिन बेंजोएट 01.90 ई.सी. | हरी सेमीलूपर इल्ली, फली छेदक, चक्र भृंग एवं तम्बाकू की इल्ली | 425 मिली |
5 | ब्रोफ्लानिलाइड 300 एस.सी | चने की इल्ली तम्बाकू, की इल्लीहरी सेमीलूपर इल्ली | 42-62 ग्राम |
6 | ईथिओन 50 ईसी. | चक्र भृंग एवं तना मक्खी | 1500 मिली |
7 | कार्बोफ्यूरान 03 % सी जी. | रूट नोट नीमाटोड | 1500 ग्राम |
8 | फ्लूबेंडियामाइड 20डब्ल्यू. जी. | तम्बाकू की इल्ली एवं हरी सेमीलूपर इल्ली | 250-300 ग्राम |
9 | फ्लूबेंडियामाइड 39.35 एस. सी | पत्ती खाने वाली इल्लियाँ, चने की इल्ली, हरी सेमीलूपर इल्ली एवं तम्बाकू की इल्ली | 150 मि.ली. |
10 | इंडोक्साकार्ब 15.8 ई.सी. | तम्बाकू की इल्ली, चने की इल्ली, हरी सेमीलूपर इल्ली एवं तना मक्खी | 333 मि.ली. |
11 | इन्डोक्साकार्ब 14.50 SC | तम्बाकू की इल्ली | 333 मि.ली. |
12 | लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 04.90 सी.एस. | तना मक्खी हरी, सेमीलूपर इल्ली | 300 मि.ली. |
13 | प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. | हरी सेमीलूपर इल्ली एवं चक्र भृंग | 1 ली. |
14 | स्पायनेटोरम 11.7 एस.सी. | तम्बाकू की इल्ली | 450 मि.ली. |
15 | टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एस.सी. | चक्र भृंग, हरी सेमीलूपर इल्ली एवं तम्बाकू की इल्ली | 250-300 मि.ली. |
16 | थायक्लोप्रिड 21.7 एस.सी. | चक्र भृंग | 750 मि.ली. |
17 | बीटासायफ्लुथ्रिन 08.49% +इमिडाक्लोप्रिड 19.81% w/ w ओ.डी. | चक्र भृंग हरी, सेमीलूपर इल्ली | 350 मि.ली. |
18 | नोवाल्युरोन + इन्डोक्साकार्ब एस.सी. | तम्बाकू इल्ली की इल्ली, चने की इल्ली एवं हरी सेमीलूपर इल्ली | 825-875 मि.ली. |
19 | थायमिथोक्सम 12.60% + लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 09.50% जेड.सी. | तना मक्खी, हरी सेमीलूपर इल्ली एवं चक्र भृंग | 125 मि.ली. |
20 | क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 09.30% + लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 04.60% जेड.सी. | लीफ वर्म, चक्र भृंग, हरी सेमीलूपर इल्ली, तना मक्खी | 200 मि.ली. |
21 | एसिटामिप्रिड + 25 बाय्फेन्थ्रिन % 25 WG | सफ़ेद मक्खी, चक्र भृंग, हरी सेमीलूपर इल्ली एवं तम्बाकू की इल्ली | 250 ग्रा. |
22 | आइसो सायक्लोसेरम 9.2% W/W Dc (10% W/V) DC | लीफ वर्म, सेमीलूपर, चक्र भ्रंग, तना मक्खी | 600 मि.ली. |
23 | कर्ताप हाइड्रो क्लोराइड 04% + फिप्रोनिल 00.50% CG | लीफ वर्म, चक्र भ्रंग, सेमीलूपर, तना मक्खी | 200 मि.ली. |
24 | फ्लोकुमफेन 0.005% Block Bait (Strom) | चूहें का नियंत्रण | 15-20 बेट |