देश के विभिन्न हिस्सों के किसानों के लिए ई-एनएएम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण को बढ़ावा देने और इसे सरल व सुलभ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण उपाय किए गए हैं। इन उपायों का परिणामस्वरूप, ई-एनएएम प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत किसानों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
मंडी परिसर में पंजीकरण: किसानों का पंजीकरण मंडी परिसर में ही किया जा रहा है।
ऑनलाइन पंजीकरण: ई-एनएएम पोर्टल के माध्यम से किसान आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
मोबाइल ऐप पंजीकरण: ई-एनएएम मोबाइल ऐप के माध्यम से किसान अपने एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइस पर मुफ्त में पंजीकरण कर सकते हैं। यह ऐप 12 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे यह व्यापक रूप से सुलभ हो गया है।
जागरूकता अभियान: विभिन्न कार्यक्रमों, पंजीकरण अभियानों और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों में जागरूकता फैलाई जा रही है।
टोल-फ्री सहायता: किसानों की सहायता के लिए एक टोल-फ्री नंबर जारी किया गया है, जिससे पंजीकरण प्रक्रिया में मदद मिलती है।
जो किसान ई-एनएएम प्लेटफॉर्म से जुड़ना चाहते हैं, उन्हें ई-एनएएम पोर्टल पर स्वयं को पंजीकृत करना होगा और वे अपनी पसंद की किसी भी ई-एनएएम मंडी में अपनी उपज बेच सकते हैं।
किसानों की संख्या में वृद्धि: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने लोकसभा में बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ई-एनएएम प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत किसानों की कुल संख्या 1,77,55,957 हो गई है।
ई-एनएएम प्लेटफॉर्म में राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार किसान नामांकन का विवरण
राज्य/ केन्द्रशासित प्रदेश | नामांकित किसान संख्या |
अंडमान आर निकोबार द्वीपसमूह | 2 |
आन्ध्र प्रदेश | 14,52,950 |
असम | 59 |
बिहार | 3,239 |
चंडीगढ़ | 7,108 |
छत्तीसगढ़ | 1,35,945 |
गोवा | 29 |
गुजरात | 8,69,757 |
हरयाणा | 27,25,683 |
हिमाचल प्रदेश | 1,25,306 |
जम्मू और कश्मीर | 49,004 |
झारखंड | 2,66,527 |
कर्नाटक | 1,531 |
केरल | 3,096 |
मध्य प्रदेश | 30,23,765 |
महाराष्ट्र | 12,28,203 |
नगालैंड | 172 |
ओडिशा | 3,90,040 |
पुदुचेरी | 13,611 |
पंजाब | 2,17, 716 |
राजस्थान | 15,08,839 |
तमिलनाडु | 4,30,597 |
तेलंगाना | 18,23,937 |
त्रिपुरा | 39 |
उत्तर प्रदेश | 33,04,535 |
उत्तराखंड | 91,361 |
पश्चिम बंगाल | 82,906 |
कुल योग | 1,77,55,957 |