गर्मियों के मौसम में खरबूजों की मांग बाजार में काफी अधिक देखने को मिलती है. ऐसे में अगर आप अपने खेत में खरबूजे की उन्नत किस्मों की खेती/ करते हैं, तो आप अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं. इसी क्रम में आज हम आपके लिए खरबूजे की टॉप 5 उन्नत किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं. खरबूजे की ये किस्में पूसा शरबती (एस-445), पूसी मधुरस, हरा मधु, आई.वी.एम.एम.3 और पंजाब सुनहरी/ Pusa Sharbati (S-445), Pusa Madhuras, Hara Madhu, IVMM3 and Punjab Golden है. ये सभी किस्में 22 से 25 डिग्री सेल्सियस में अच्छा उत्पादन देती है. इसके अलावा खरबूजे की ये किस्में कम समय में जल्दी पककर तैयार हो जाती है.खरबूजे की खेती/ Melon Cultivation उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार और मध्य प्रदेश के किसानों के द्वारा सबसे अधिक की जाती है. ऐसे में आइए खरबूजे की उन्नत किस्मों/ Varieties of Melon के बारे में जानते हैं…
खरबूजे की टॉप 5 उन्नत किस्में
खरबूजे की पूसा शरबती (एस-445) किस्म: खरबूजे की यह किस्म किसानों के लिए काफी लाभदायक है. खरबूजे की पूसा शरबती (एस-445) किस्म के फल गोल, मध्यम आकार के होते हैं. इसके फसल के छिलके हल्के गुलाबी होते हैं. वहीं, इसका गूदा मोटा एवं नारंगी होता है.
खरबूजे की पूसा मधुरस किस्म: खरबूजे की पूसा मधुरस किस्म के फल भी गोल और चपटे होते हैं. इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं. इस फल का गूदा भी नारंगी होता है. पूसा मधुरस किस्म के फल का औसन वजन 700 ग्राम तक होता है.
खरबूजे की हरा मधु किस्म: इस किस्म के फल पर भी हरे रंग की धारियां मौजूद होती है. हरा मधु किस्म के खरबूजे हल्के पूले रंग के होते हैं. इसका गूदा बेहद रसीला होता है.
खरबूजे की आई.वी.एम.एम.3 किस्म: I.V.M.M.3 किस्म के खरबूजे हल्के पीले रंग के होते हैं. इसका गूदा मीठा और नारंगी रंग का होता है. वहीं, इस किस्म के खरबूजे का औसन वजन करीब 500-600 ग्राम होता है.