मात्सुटेक मशरूम खास है। इसे’मशरूम का राजा’ कहा जाता है। इसकी मनमोहक सुगंध खाने वालों के मुंह में पानी ला देती है। इसे ‘पाइन मशरूम’ भी कहते हैं। इस खास मशरूम ने दुनियाभर के खाने के शौकीनों का दिल जीता है। हालांकि, मात्सुटेक मशरूम खाने में जितना स्वादिष्ट है, इसकी कीमत भी होश उड़ाने वाली है। इसे खा पाना सबके बस का नहीं है। इस मशरूम का भाव 20 ग्राम सोने से भी ज्यादा है। आखिर क्या इसे इतना मूल्यवान बनाता है? इसका उपयोग कैसे किया जाता है? आइए, यहां जानते हैं।
कहां उगते हैं मात्सुटेक मशरूम?
मात्सुटेक मशरूम का वैज्ञानिक नाम ट्राइकोलोमा मात्सुटेक है। यह एक प्रकार का जंगली मशरूम है। एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देवदार के जंगलों में ये मशरूम उगते हैं। कुछ पेड़ों, खासतौर से लाल चीड़ की जड़ों के साथ वे सहजीवी संबंध में पनपते हैं। यह निर्भरता इन मशरूमों की व्यावसायिक खेती करने को मुश्किल बना देता है। इससे उनकी कीमत बढ़ जाती है।
मात्सुटेक मशरूम को कई बातें बेशकीमती बनाती हैं। इन मशरूम की सुगंध उगाए जाने वाले दूसरे मशरूमों से बिल्कुल अलग होती है। इनकी ज्यादा कीमत दुर्लभ होने की वजह से है। ये काफी नाजुक होते हैं। पकाए जाने पर ये खास तरह का स्वाद पैदा करते हैं। एक किलो मात्सुटेक मशरूम की कीमत 75,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक है। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध भी नहीं है।
मात्सुटेक मशरूम का आकर्षण उनके मूल्य से कहीं अधिक है। जापानी और कोरियाई व्यंजनों में मात्सुटेक मशरूम अत्यधिक पूजनीय है। इसका सांस्कृतिक महत्व है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें एक शानदार उपहार माना जाता है। ये शरद ऋतु के आगमन और प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक हैं। विशेष अवसरों पर इस मशरूम को परोसा जाता है। यह उनके अनुमानित मूल्य में बढ़ोतरी करता है।