अगर आप गार्डनिंग करने के शौकीन हैं और गार्डनिंग करता चाहते हैं, तो पौधों को लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें की पौधों के लिए किस तरह का पॉट यानी गमला सबसे बेहतर है. बहुत से लोगों को पता ही नहीं होता है कि गार्डनिंग के लिए प्लास्टिक, सीमेंट या फिर मिट्टी का गमला बेस्ट है.
घर को खूबसूरत बनाने और घर के माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए आजकल कई लोग घर के आंगन, बालकनी और छतों पर गार्डनिंग करते हैं. वहीं शहर के लोगों में गार्डनिंग का शौक काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. हालांकि, होम गार्डनिंग के लिए आपके पास सही जानकारी होना बहुत जरूरी होता है. अगर आपको इसके बारे में सही जानकारी नहीं है, तो पौधे मुरझाने लगते हैं और फूल और फल आने कम हो जाते हैं. ऐसे में इससे घर की खूबसूरती के साथ ही फसलों के उत्पादन पर भी इसकी असर दिखने लगती है.
ऐसे में पौधों को लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें की पौधों के लिए किस तरह का पॉट यानी गमला सबसे बेहतर है. बहुत से लोगों को पता ही नहीं होता है कि गार्डनिंग के लिए प्लास्टिक, सीमेंट या फिर मिट्टी का गमला बेस्ट है, तो आइए जानते हैं गार्डनिंग में कौन सा गमला अच्छा है.
प्लास्टिक का गमला
प्लास्टिक का गमला बहुत ही हल्का और सस्ता होता हैं क्योंकि यह तरह-तरह के डिजाइन और रंगों का होता है, जो देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता हैं. आप इस गमले को अपने गार्डन में ऐसे जगह रखे हैं जहां दिन की तीन से चार घंटे की धूप आती हो. ऐसे में पौधे सुरक्षित रहते हैं, लेकिन अगर आप गमले को ऐसी जगह रखे हैं जहां दिन की 6 से 8 घंटे की धूप आती है तो ये गमला गर्म हो जाता है. उसके बाद ये पौधे के जड़ों को गर्म कर देता है और पौधे खराब हो जाते हैं. इस गमले में ना ही वाटर एवजर्व होती है और ना ही एयर पास होती है.
सीमेंट का गमला
सीमेंट के गमले बहुत ही मजबूत होते हैं. अगर आप एक बार इसे खरीद कर घर लाएं तो चार से पांच साल आसानी से चला सकते हैं. इसमें प्लांट अच्छे से ग्रो हो जाते है, लेकिन ये गमला बहुत भारी होता है. अगर आप मिट्टी के गमले में पौधे लगाते हैं तो मौसम के हिसाब से इधर-उधर रख सकते है या फिर साफ-सफाई करते समय इधर-उधर उठा कर रख सकते हैं, लेकिन सीमेंट का गमला भारी होने के कारण इधर से उधर करना मुश्किल हो जाता है. वहीं इस गमले में वाटर एवजर्व होती है लेकिन एयर पास नही होती है. हालांकि, प्लास्टिक के गमले से यह बहुत ही बेहतर होता है.
मिट्टी का गमला
मिट्टी का गमला पौधों के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि इसमें एयर पास होते रहता है, जब बाहर की हवा गमले के अंदर जाती हैं तो रूट को ऑक्सीजन मिलती है. इसके अलावा, जब पौधें में ओवर वाटरिंग कर देते हैं तो मिट्टी वाला गमला पानी को सोख लेता है, जिससे पौधा ओवर वाटरिंग यानी अधिक पानी से बच जाता है. ऐसे में मिट्टी के गमले में एक ही खामियां है कि ये बहुत ही नाजुक होते हैं. एक ही ठोकर में फूट जाते हैं. ऐसे में अगर आप चाहते हैं आपका पौधा स्वस्थ रहे तो उसे मिट्टी के गमले में ही लगाएं.