मुंबई- जब भी निवेशक किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करते हैं तो उनका ध्यान इसपर जरूर जाता है कि फंड मैनेजर कौन है। फंड मैनेजर के नाम सुनते ही निवेशकों का भरोसा बढ़ जाता है और वे आश्वस्त हो जाते हैं कि लंबी अवधि में एक बड़ा कॉरपस बना सकेंगे। देश के टॉप 10 फंड मैनेजर आपके पैसों को कहां लगाते हैं, यह है उनका विवरण।
देश के सबसे जाने-माने और भरोसेमंद म्यूचुअल फंड मैनेजर्स में सबसे बड़ा नाम शंकरन नरेन (Sankaran Naren) का है जो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी (ICICI Prudential AMC) के चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) हैं। शंकरन नरेन को 34 वर्ष का बाजार का अनुभव है और करीब 19 वर्ष से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से जुड़े हैं। शंकरन नरेन करीब 6 लाख करोड़ रुपये एयूएम (Asset Under Management) का देखरेख कर रहे हैं और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी की 25 स्कीमों के वे फंड मैनेजर हैं।
म्यूचुअल फंड मैनेजर्स में दूसरा बड़ा नाम है एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI MUtual Fund) के आर श्रीनिवासन (R. Srinivasan) का जो 2009 से ही एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड ( SBI Funds Management Limited) के साथ चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर – इक्विटी के तौर पर जुड़े हैं और उनपर भी एसबीआई म्यूचुअल फंड के कई फंड्स को मैनेज करने की जिम्मेदारी है। आर श्रीनिवासन के पास 26 सालों का अनुभव है और वे करीब 2 लाख करोड़ रुपये का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) देख रहे हैं। एसबीआई म्यूचुअल फंड में वे 17 स्कीमों के फंड मैनेजर्स हैं।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में फंड मैनेजर्स के तौर पर तीसरा बड़ा नाम है श्रेयश देवलकर (Shreyash Devalkar) का जो एक्सिस एएमसी (Axis AMC) के साथ 2016 से ही जुड़े हैं। एक्सिस एएमसी ज्वाइन करने से पहले वे बीएनपी परिबा एएमसी (BNP Paribas AMC) के साथ जुड़े थे। श्रेयश देवलकर करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये का एयूएम मैनेज कर रहे हैं और उनपर 26 स्कीमों की जिम्मेदारी है।
हर्षा उपाध्याय (Harsha Upadhyaya) भी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में बड़ा नाम है जो कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड (Kotak Mahindra Mutual Fund) में फंड मैनेजर हैं। उस पर 85,000 करोड़ रुपये से ज्यादा एयूएम हैंडर करने का भार है और 5 स्कीम उनके अधीन है जिसमें कोटक फ्लेक्सीकैप, कोटक टैक्ससेवर, कोटक मल्टीकैप शामिल है। उन्हें दो दशक का अनुभव है और डीएसपी ब्लैकरॉक के साथ भी काम किया है।
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) के राहुल बैजल (Rahul Baijal) भी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। राहुल बैजल पर 78,218 करोड़ रुपये एयूएम (AUM) का भार है और उनपर 6 फंड की जिम्मदारी है जिसमें एचडीएफसी टॉप 100 भी शामिल है। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड से पहले राहुल बैजल भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस, एचएसबीसी सिक्योरिटीज, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज और स्टैंडर्ड चार्टड बैंक के साथ जुड़े रहे हैं।
मनीष गुनवानी (Manish Gunawan) भी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में बड़ा नाम है जो अब बंधन एएमसी (Bandhan AMC) के साथ जुड़े हैं। इससे पहले वे निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) के साथ बतौर चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर जुड़े थे जहां वे 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का एएयूएम हैंडल कर रहे थे।
अनिरूद्ध नाहा (Aniruddha Naha) भी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में बड़े फंड मैनेजर्स के तौर पर जाने जाते हैं और फिलहाल वे पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड (PGIM India Mutual Fund) के साथ जुड़े हैं। 18 सालों का उनके पास अनुभव है और करीब 12,503 करोड़ रुपये एयूएम हैंडल कर रहे हैं।
अंकित अग्रवाल (Ankit Agarwal) भी बड़े फंड मैनेजर्स हैं जो यूटीआई म्यूचुअल फंड (UTI Mutual Fund) में बतौर फंड मैनेजर जुड़े हैं। अंकित अग्रवाल 33,224 करोड़ रुपये का एयूएम हैंडल कर रहे हैं और छह स्कीमों की उनपर जिम्मेदारी है. यूटीआई स्मॉल कैप, यूटीआई मिडकैप जैसे फंड को वो मैनेज कर रहे हैं।
सोहिनी अनडानी (Sohini Andani) भी टॉप फंड मैनेजर्स में से एक हैं जो पहले एसबीआई म्यूचुअल फंड के साथ जुड़ी थीं। एसबीआई म्यूचुअल फंड में वे एसबीआई ब्लूचिप फंड (SBI Bluechip Fund) और एसबीआई मैगनम मिडकैप फंड की फंड मैनेजर थीं. महिला फंड मैनेजर्स में सोहिनी अनडानी सबसे ज्यादा एयूएम हैंडल करने वाली फंड मैनेजर्स में शामिल थी।
जीनेश गोपानी (Jinesh Gopani) भी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। जीनेश गोपानी पहले एक्सिस म्यूचुअल फंड के साथ 14 साल से जुड़े थे. बीते साल उन्होंने इस्तीफा दे दिया और अपना वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी शुरू कर रहे हैं।