केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों से पता चला है कि भारत के प्रमुख 150 जलाशयों में जल भंडारण लगातार 35वें सप्ताह भी कम हुआ है. इस सप्ताह देश के सभी पांच क्षेत्रों में जल स्तर 30 प्रतिशत से नीचे चला गया है. खास बात यह है कि देश के 139 में जलाशयों में जल स्तर क्षमता से 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि 129 जलाशयों में 40 प्रतिशत से भी कम पानी बचा हुआ है.
बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल पहले इसी अवधि के दौरान भंडारण 79 प्रतिशत था. वहीं, अल नीनो के प्रभाव से पिछले साल जून में भारत का जल भंडारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसके चलते सर्दियों और प्री-मॉनसून सीज़न के अलावा दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्व मॉनसून के दौरान कम बारिश हुई है. यूएस ग्लोबल ड्रॉट मॉनिटर के अनुसार, इसके कारण देश का कम से कम 25 प्रतिशत हिस्सा सूखे से प्रभावित था. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो के अनुसार, राहत की बात यह है कि अल नीनो समाप्त हो गया है. वैश्विक मौसम मॉडल संकेत देते हैं कि ला नीना, जिसके चलते ज्यादा वर्षा होती है, इस वर्ष के अंत में उभरेगी.
मॉनसून के दौरान अच्छी बारिश होगी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दौरान वर्षा सामान्य से अधिक होगी. 6 जून तक, मॉनसून 7 प्रतिशत अधिक है और दक्षिणी प्रायद्वीप में 59 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. हालांकि, मध्य (-23 प्रतिशत), पूर्व और उत्तर-पूर्व (-4 प्रतिशत) और उत्तर-पश्चिम (-16 प्रतिशत) में बारिश सामान्य से कम रही है. सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों से पता चला है कि 42 जलाशयों में जलस्तर 53.334 बीसीएम क्षमता का 13 प्रतिशत यानी 7.114 बीसीएम था. आंध्र प्रदेश में भंडारण सामान्य से 80 प्रतिशत कम था, जबकि तेलंगाना में यह सामान्य से 4 प्रतिशत कम था और इन दोनों राज्यों की सेवा करने वाले जलाशयों में 25 प्रतिशत कम था.क
र्नाटक के जलाशयों में 24 फीसदी कम है पानी
तमिलनाडु में भंडारण सामान्य से 51 प्रतिशत कम था और कर्नाटक में यह सामान्य से 24 प्रतिशत कम था. केरल, जिसे हाल ही में हुई भारी बारिश से बहुत लाभ हुआ है, यहां पर जलाशयों में सामान्य भंडारण से 20 प्रतिशत अधिक था. इसी तरह उत्तरी क्षेत्र के 10 जलाशयों में, भंडारण 19.663 बीसीएम क्षमता का 30 प्रतिशत था. वहीं, पंजाब और राजस्थान में, भंडारण सामान्य से 19 और 9 प्रतिशत कम था. पिछले सप्ताह से एक प्रतिशत अंक का सुधार हुई है. किसानों के लिए उम्मीदें पूर्वी क्षेत्र के 23 जलाशयों में स्तर 20.430 बीसीएम क्षमता का 24.6 प्रतिशत 5.035 बीसीएम था, जबकि पश्चिम बंगाल (-25 प्रतिशत से -23 प्रतिशत) और बिहार (-57 प्रतिशत से -51 प्रतिशत) में भंडारण सामान्य स्तर की तुलना में थोड़ा सुधरा है.
कितना बचा है तलाबों में पानी
हालांकि, ओडिशा में यह सामान्य से 6 प्रतिशत कम और त्रिपुरा में सामान्य से 10 प्रतिशत कम रहा. पश्चिमी क्षेत्र में 49 जलाशयों में जलस्तर 8.359 बीसीएम या 37.130 बीसीएम क्षमता का 23 प्रतिशत कम हुआ. गुजरात में जलस्तर सामान्य से अधिक (30 प्रतिशत) बना रहा, जबकि महाराष्ट्र में यह स्तर सामान्य से 19 प्रतिशत कम (पिछले सप्ताह 18 प्रतिशत) रहा. मध्य क्षेत्र के 26 जलाशयों में जलस्तर 48.227 बीसीएम क्षमता का 13.369 या 27.7 प्रतिशत कम हुआ, जबकि छत्तीसगढ़ में जलस्तर 23 प्रतिशत (24 प्रतिशत) और सामान्य से 31 प्रतिशत (32 प्रतिशत) कम हुआ. वहीं, आईएमडी ने कहा है कि अगले 3-4 दिनों में देश के विभिन्न भागों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.