300 से 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार देने वाली आलू की खास किस्में

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हमारे देश में चावल,  गेंहू गन्ने के बाद आलू ही सबसे ज्यादा उगाया जाता है। आलू एक ऐसी चीज है जिसकी सालभर बाजार में मांग रहती है।अभी खरीफ सीजन चल रहा है। कई किसान भाई इन खरीफ फसलों के बाद आलू की बुवाई में शुरू हो जाते है।इसलिए अगर आप भी आलू की खेती करने की सोच रहे है या आलू की खेती करते है तो हम आज आपको आलू की कुछ अच्छी किस्मों को बताने वाले है।आलू की यह किस्में 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देगी। आइए जानते है कौन सी है वह आलू की किस्में Potato Variety…

1. आलू कुफरी अलंकार किस्म

Potato Variety | यह आलू की उन्नत किस्म है जो प्रति हेक्टेयर 200 से 250 क्विंटल तक उपज देती है।इस किस्म के आलू की फसल 70 दिनों में ही तैयार हो जाती है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इसकी पैदावार अच्छी होती है।

2. आलू कुफरी चंद्रमुखी किस्म

इस Potato Variety किस्म के आलू के पौधे का तना लाल-भूरे रंग के धब्बे के साथ हरा होता है। फसल तैयार होने में 80 से 90 दिनों का समय लगता है।प्रति हेक्टेयर इसकी पैदावार 200 से 250 क्विंटल है। उत्तर भारत के मैदानी और पठारी इलाके इसकी खेती के लिए अच्छे हैं।

3. आलू कुफरी गंगा किस्म

आलू की यह किस्म Potato Variety कम समय में अधिक पैदावार देती है। प्रति हेक्टेयर इसकी पैदावार 250 से 300 क्विंटल है।इसकी फसल 75 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है और उत्तर भारत के मैदानी इलाके इसकी खेती के लिए अच्छे हैं।

4. आलू कुफरी मोहन किस्म

आलू की इस किस्म Potato Variety से 350 – 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है।इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस किस्म पर पाले का प्रभाव नही पड़ता है।

5. आलू कुफरी नीलकंठ किस्म

एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर यह बेहतरीन किस्म का आलू है, जो ज़्यादा ठंड के मौसम को भी बर्दाशत कर सकता है। इसकी उत्पादन क्षमता अन्य किस्मों से अधिक है और 90 से 100 दिनों में फसल तैयार होती है।स्वाद में भी यह आलू बहुत अच्छा होता है। प्रति हेक्टेयर इसकी उत्पादन क्षमता 350-400 क्विंटल है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के लिए यह किस्म अच्छी है।

इस वर्ष आलू की 3 नई किस्में जारी हुई

1. कुफरी चिप्सोना-5 आलू किस्म

आलू की कुफरी चिप्सोना-5 चिप्स को आईसीएआर-केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा विकसित किया गया है। यह एक वानस्पतिक रूप से प्रवर्धित किस्म है।कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस किस्म को खासकर हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अनुशंसित किया गया है।

कुफरी चिप्सोना-5 आलू किस्म की खासियत :- 

यह किस्म सफेद, क्रीमयुक्त, अंडाकार कंद, उथली मध्यम आंखें और मलाईदार मांस पैदा करता है और परिवेशीय परिस्थितियों में इसका भण्डारण अच्छा रहता है।मध्यम परिपक्वता (90-100 दिन), प्रसंस्करण (चिप बनाने) के लिए उच्च उपज वाली किस्म (35 टन/हेक्टेयर)। इसमें 21% कंद शुष्क पदार्थ, कम शर्करा (<100 मिलीग्राम/100 ग्राम एफडब्ल्यू) और स्वीकार्य चिप रंग है।