कम लगात में सब्जी की खेती कर आप अधिक पैसे कमा सकते है. आप मई से जून के महीने में ओल की बहुस्तरीय खेती कर सकते है. जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र गोड्डा के इस नई तकनीक से ओल की खेती के साथ एक ही जमीन पर 3 अलग अलग सब्जी की खेती कर अधिक मुनाफा कमा सकते है. जिसमें आप गजेंद्र भेरायटी के ओल के साथ करेले और मूली या पालक की खेती कर सकते हैं.
गोड्डा के कृषि विज्ञान पदाधिकारी डॉ रविशंकर ने लोकल 18 से कहा कि ओल बहुस्तरीय खेती को लेकर किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है. जिसमें किसान अभी से लेकर जून के अंतिम सप्ताह तक यह खेती कर सकते है. जिसमें ओल की दो प्रकार की फसल होती है. जिसमें पहला देशी ओल और दूसरा गजेंद्र भेरायटी की ओल होती है. देशी ओल में खाने में थोड़ी कड़वाहट कैल्सियम ऑनिग्रेट केमिकल की वजह से होती है. लेकिन, दूसरी वैरायटी जिसे गजेंद्र भेरायटी या मद्रासी ओल भी कहा जाता है. उसमें यह केमिकल पुरी तरह से नगण्य होता है.किसानों के लिए मद्रासी ओल की फसल ही फायदेमंद होती है.
कैसे करें ओल बहुस्तरीय खेती
ओल बहुतस्तरीय खेती करने के लिए मद्रासी ओल का बिज जमीन में कम से कम 75 सेंटीमीटर लंबाई और चौड़ाई के के कतार में 2 फिट के गड्ढे में कम से कम 1/2 केजी के साइज के ओल की रोपाई करते है. इसके बाद इसमें कंपोस्ट, डीएपी और पोटास की मात्रा देकर उसे भर दिया जाता है. इसके बाद इसका पौधा निकलने में कम से कम 45 दिन का समय लगता है. इसके बिच इंटर फसल के रूप में जो कम चौड़ाई वाली साग या मूली की फसल है. जो 30 से 45 दिन के भीतर तैयार हो जाता है. उसे लगा लें इसके साथ इस बिच खेतो के उपर कम से कम 7 फिट का लकड़ी का मचान बना दें. ओल के बाहरी कतार में 2 मीटर की दूरी पर करेले का बिज लगा कर करेले की खेती कर लें. जिससे किसान एक साथ 3 प्रकार की सब्जी की खेती कर लेंगे.