उत्तर प्रदेश का वाराणसी फ्लावर मार्केट अभी फूलों से गुलजार है और फूलों की मांग जबरदस्त हो रही है. दरअसल लोकसभा चुनाव होने के बाद एग्जिट पोल भी सामने आ चुका है और सभी पार्टियों और उनके उम्मीदवार अपने-अपने हिसाब से अपने जीत का आकलन करने में जुटे हैं. अब कुछ ही घंटों का इंतजार है, उसके बाद हार जीत का फैसला भी हो जाएगा. जनता का फैसला सामने आ जाएगा कि किसके सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा तो किसके किस्से मायूसी आएगी. चुनाव परिणाम नहीं आए हैं पर इसका असर वाराणसी के फ्लावर मार्केट पर दिखने लगा है. वाराणसी फूलमंडी से न केवल वाराणसी, बल्कि पूरे पूर्वांचल और यहां तक की मध्यप्रदेश में भी फूलों की सप्लाई की जाती है.
यहां पर किसानों से लेकर व्यापारियों ने भी बताया कि पिछले कुछ दिनों में फूलों की डिमांड डबल हो गई है और तो और रेट भी डेढ़ गुना से लेकर दो गुना तक पहुंच गया है. फूलों की खरीदारी करने में सबसे आगे भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं और दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के लोग हैं. बता दें कि गर्मी की वजह से जहां जनजीवन प्रभावित हुआ है वही लोगों के व्यापार पर भी इसका बुरा असर पड़ा है. सबसे ज्यादा मार किसानों को उठाना पड़ रहा है और उसमें भी फूलों के खेती करने वाले किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन चुनावी सीजन और उसके बाद नतीजों ने फूलों के किसानों से लेकर व्यापारियों तक के चेहरों पर मुस्कुराहट लौटा दी है.
वाराणसी के इंग्लिशिया लाइन इलाके में एक व्यापारी उदय प्रताप मौर्य की माने तो पिछले तीन-चार दिनों में वाराणसी फूलमंडी से फूलों की बिक्री डेढ़ गुनी से दोगुना तक बढ़ गई है. फूलों के दाम भी डेढ़ गुना से लेकर दोगुना तक बढ़ गया है. वाराणसी से जहां कुछ दिनों पहले दो गाड़ी में लगभग 45 से 50 कुंटल फूल-माला की सप्लाई पूरे पूर्वांचल और मध्य प्रदेश तक हुआ करती थी, अब यह बढ़कर 90-100 कुंतल तक जा पहुंची है. वही गुलाब, गेंदा और सफेद फूलों के रेट में भी दोगुने हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि निजी तौर पर उन्हें जौनपुर से बाबू सिंह कुशवाहा की तरफ से 300 माला का आर्डर मिला है, लेकिन अब रिजल्ट क्या होगा या कोई नहीं जानता है. उन्होंने यह भी बताया कि सबसे ज्यादा फूल माला का आर्डर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मिला है तो वहीं उसके बाद समाजवादी पार्टी खरीदारी कर रही है.
खुश हुए किसान
फूलों की खेती करने वाले किसान अजय पटेल और बृजमोहन पटेल ने बताया कि गर्मी की वजह से उनके फूलों की बिक्री और पैदावार काफी कम हो गई थी. लेकिन लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के ठीक पहले फूलों की बिक्री बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि सबसे अधिक मांग गुलाब और गेंदा फूल की हो रही है. किसान इसलिए भी खुश हैं क्योंकि उन्हें दाम भी अच्छा मिल रहा है. कीमतों में डेढ़ गुना से लेकर दो गुना तक की बढ़ोतरी हुई है.