मुर्गी पालन ….जानें कैसे किया 5 रुपये से 15 करोड़ रुपये का सफर

0
30

कृषि क्षेत्र में आज के समय में ग्रोथ तेज है. ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के दम पर खेती करके करोड़ों रुपये की कमाई की है. आज के समय में मछली पालन, मुर्गी पालन के व्यवसाय की भी काफी डिमांड है. आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने वाले हैं जो कभी 5 रुपये देहाड़ी मजदूरी का काम करते थे. लेकिन आज करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे हैं.

20 करोड़ रुपये का ऑटोमेटिक पोल्ट्री फार्म

महाराष्ट्र के अमरावती में रवींद्र मणिकर मेटकर किसान परिवार में जन्में थे. जिन्होंने मजदूरी का काम किया. बाद में उन्होंने 20 करोड़ रुपये की लागत में ऑटोमेटिक पोल्ट्री फार्म बनाया. जिससे वे आज करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे हैं. कभी खुद मजदूरी करने वाले रवींद्र मणिकर मेटकर के पोल्ट्री फार्म में आज 50 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं.

रोजाना होता है लाखों अंडो का उत्पादन

महाराष्ट्र में रवींद्र मणिकर मेटकर का पोल्ट्री फार्म राज्य के बड़े पोल्ट्री फार्म में आता है. उनके फॉर्म में हर रोज लगभग 2 लाख अंडे का उत्पादन होता है. उनके फ़ार्म में 50,000 मुर्गियों का पालन किया जा सकता है. इसके अलावा उनके पास एक और फॉर्म है 1.3 लाख मुर्गियों का पालन किया जाता है. इस फॉर्म से महाराष्ट्र के आसपास के राज्यों में अंडों की सप्लाई की जाती है.
किसानों को प्रेरित करते हैं रवींद्र मणिकर मेटकर

रवींद्र मणिकर मेटकर महाराष्ट्र और उसके आसपास के राज्यों में अंडे की सप्लाई करते हैं. कृषि मंत्रालय द्वारा उन्हें किसानों को प्रेरित करने के लिए बुलाया जाता है.

कैसे की शुरुआत

आज करोड़ों रुपये कमाने वाले रवींद्र मणिकर मेटकर के घर के हालात कभी ठीक नहीं थे. उनके पिता चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारी थे. अपने घर की हालत सुधारने और पिता की मदद करने के लिए उन्होंने मुर्गी पालन करना शुरू किया. इस काम में उनके पिता ने भी उनका साथ दिया. जिसके लिए उनके पिता अपने पीएफ खाते से 30,000 रुपये भी निकाले.
उन्होंने 100 मुर्गियों के साथ काम की शुरुआत की. जिसके लिए शुरुआत में केवल टिन शेड बनाकर काम किया. मुर्गियों की संख्या बढ़ने के बाद जब उनके पास ज्यादा जगह नहीं थी और न ही जगह खरीदने के लिए पैसे थे. उस वक्त उनकी मां को मायके से मिली जमीन बेचकर उन्होंने गांव के पास जमीन खरीदी और बैंक से लोन भी लिया. जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वे अब सालाना 15 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे हैं.