विकसित कृषि संकल्प अभियान:वंदे भारत की तरह फास्ट ट्रैक पर आयेगी खेती,शिवराज सिंह का धांसू प्लान

0
14

भारत कृषि प्रधान देश है और भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं और अब वो खेती किसानी में भी कुछ नया करने जा रहे हैं, जिसके तहत खरीफ सीजन की खेती से पहले उन्होंने एक नए अभियान की शुरूआत करने की पहल की है. उनका दावा है कि इस अभियान के बाद खरीफ सीजन की खेती एक अलग ही रफ्तार पकड़ेगी उसका असर देखने को मिलेगा और भारतीय कृषि भी वंदे भारत ट्रेन की तरह फास्ट ट्रैक पर दौड़ने लगेगी. कृषि मंत्री का ये अभियान आखिर कितना असर छोड़ पायेगा.

क्या है विकसित कृषि संकल्प अभियान ?

खरीफ सीजन की खेती से पहले अगर आपके खेतों में खेती की समस्याएं और बेहतर उत्पादन के लिए खेती के मंत्र देने के लिए वैज्ञानिक पहुंच जाएं, तो आप चौंकिएगा नहीं, क्योंकि कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक नया अभियान शुरू किया है, जिसे विकसित कृषि संकल्प अभियान नाम दिया गया है. देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खेती किसानी में आमूल चूल परिवर्तन और नई क्रांति लाने के लिए ‘एक राष्ट्र, एक कृषि, एक टीम’ का मंत्र देकर विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत की है.

कृषि वैज्ञानिक डॉ. मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि ये अभियान खरीफ सीजन की खेती के ठीक पहले शुरू होगी, जो कि 29 मई से 12 जून तक चलेगा, जिसमें कृषि वैज्ञानिक गांव-गांव खेतों तक पहुंचेंगे हर जिले में करीब तीन रथ चलेंगे, एक दिन में एक रथ तीन गांव को कवर करेगा और वहां के किसानों से मिलेंगे उनकी समस्याएं सुनेंगे उनके जो नवाचार होंगे वो भी सुने जाएंगे और उनकी हर समस्या का निदान भी वहीं किया जाएगा. अगर किसी समस्या का निदान नहीं होता है तो उनका फीडबैक लेकर के रिसर्च के लिए दिया जाएगा.

Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan from May 29 to June 12

खेतों में खेती की समस्याएं का समाधान (ETV Bharat)

कृषि से संबंधित जो सरकार की योजनाएं हैं, कृषि से संबंधित जो विभाग हैं जैसे हॉर्टिकल्चर, मत्स्य विभाग, वेटरनरी विभाग, उसका हर मैदानी अमला उस रथ में साथ रहेगा और किसानों को शासकीय योजना का लाभ लेने का तरीका और जो समस्याएं हैं उनका निराकरण वहीं करेगा. इसके अलावा परंपरागत खेती में जो दिक्कतें आती हैं, जो रोग लगते हैं, उनकी बारीकियों को भी ध्यान से सुना जाएगा और उसमें क्या कुछ कर सकते हैं उसके बारे में बताया जाएगा.”

  • षि वैज्ञानिक बताते हैं कि इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि ICAR की जो शोध संस्थान हैं उनके जो वैज्ञानिक हैं वो भी साथ में रहेंगे. वो भी खेतों में जाएंगे, किसानों से मिलेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे, जिसका निदान तुरंत कर सकते हैं वहीं करेंगे अन्यथा उसे शोध के लिए ले जाया जाएगा.
Vikasit Krishi Sankalp Abhiyan

कहां-कहां चलेगा ये अभियान ?

विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत ‘एक राष्ट्र, एक कृषि, एक टीम’ का जो मंत्र है उसे मैदान पर उतारा जाएगा. इसलिए इस अभियान को देश के 730 जिलों में 65,000 से अधिक गांव में चलाने की घोषणा की गई है. जिसका मतलब है लैब टू लैंड वैज्ञानिक शोध को सीधे खेतों तक ले जाना. इस अभियान के तहत आईसीएआर के वैज्ञानिक, कृषि वैज्ञानिक और कृषि विभाग के अलग-अलग विभागों के विशेषज्ञ गांव गांव जाएंगे किसानों से संवाद करेंगे और बेहतर खेती कम लागत में बम्पर उत्पादन का मंत्र देंगे.

इस अभियान को लेकर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि ये अभियान खरीफ सीजन की खेती में क्रांति लेकर आएगा जिससे किसानों की आय बढ़ेगी और खेती में फायदे ही फायदे होगे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here