स्वच्छता में सिरमौर बन रहे इंदौर ने एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने का विश्व रिकार्ड इंदौर ने बनाया

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स्वच्छता में सात बार से देश में सिरमौर बन रहे इंदौर ने आखिरकार एक दिन में सर्वाधिक पौधे रोपने का विश्व रिकॉर्ड भी बना लिया। इंदौर की रेवती रेंज टेकरी पर रविवार को यह रिकॉर्ड बना। इसमें सहभागी बनने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खासतौर से इंदौर आए थे। उन्होंने अपनी मां कुसुमबेन की याद में पौधा रोपा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मेयर पुष्य मित्र भार्गव और नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को गिनीज बुक की ओर से विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। तीनों नेताओं ने शहरवासियों को इस रिकॉर्ड के लिए बधाई दी है।विश्व रिकार्ड को जांचने के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम इंदौर आई थी। 300 से ज्यादा लोगों की टीम पौधों की गिनती में जुटी हैै। टीम का नेतृत्व कर रहे निश्चय ने बताया कि इंदौर में 11 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए है।

रेवती पर्वत पर पौधारोपण के विश्व रिकॉर्ड को जांचने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम आई थी। 300 से ज्यादा लोगों की टीम ने पौधों की गिनती की। टीम का नेतृत्व कर रहे निश्चय ने बताया कि इंदौर में 11 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए हैं। वास्तविक आंकड़ा आॅडिट के बाद बताया जाएगा।

शंखनाद से हुई शुरुआत
रविवार सुबह छह बजे से बीएसएफ की रेवती फायरिंग रेंज में स्थित टेकरी पर 11 लाख पौधे लगाने का अभियान शुरू हुआ था। सूर्योदय के बाद शंखनाद के साथ इंदौरवासी टेकरी पर पौधे लगाने के लिए उमड़ पड़े। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद अफसरों के साथ पौधे लगाए। इसके बाद विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने पौधे रोपे। 
वर्षा व कीचड़ से भी कम नहीं हुआ उत्साह
बारिश के कारण आयोजन स्थल पर थोड़ा कीचड़ भी हो गया था, लेकिन लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। सुबह साढ़े दस बजे तक टेकरी पर चार लाख से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके थे। 

शाम चार बजे ही तोड़ दिया रिकॉर्ड, मना जश्न
शाम चार बजे इंदौरवासियों ने असम में पिछले साल लगाए गए 9.26 लाख पौधों के विश्व रिकॉर्ड को पछाड़ दिया। साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 11 लाख से ज्यादा पौधे लगा दिए गए थे। यह सिलसिला शाम छह बजे तक चला। इसके साथ ही जश्न का दौर शुरू हो गया। मंत्री विजयवर्गीय और मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने नाचकर खुशी जताई।

रात में हुई बारिश पर जारी रहा खड्ढे खोदने का काम
रेवती रेंज पर शनिवार शाम छह बजे से खड्ढे खोदने के काम शुरू हो गया था। लेकिन इसी बीच, रात आठ बजे से तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। इससे थोड़ी देर के लिए काम प्रभावित हुआ, लेकिन बारिश रुकते ही बीएसएफ के जवानों ने कमान संभाल ली और गड्ढे खोदे गए। कलेक्टर आशीष सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा ने गेती चलाकर खड्ढे खोदे। यह काम रविवार सुबह छह बजे तक चलता रहा।

गृहमंत्री अमित शाह हुए शामिल
प्रधानमंत्री मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत इंदौर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें भाग लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खासतौर से इंदौर आए थे। उन्होंने अपनी मां कुसुमबेन की स्मृति में पीपल का पौधा रोपा।

असम का रिकॉर्ड इंदौर में टूटा 
‘गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ के मुताबिक, असम के उदलगुड़ी जिले में गत वर्ष 13 और 14 सितंबर के बीच 24 घंटे में 9 लाख 26 हजार पौधे लगाए गए थे। इस रिकॉर्ड को इंदौर में 14 जुलाई 2024 को 11 लाख से ज्यादा पौधे रोप कर तोड़ दिया गया। 

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत इंदौर के रेवती रेंज में शहर 11 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी मां के नाम पौधरोपण किया। आज विभिन्न संगठन, संस्थान और शहरवासी शाम छह बजे तक 11 लाख पौधे लगाएंगे और इंदौर विश्व रिकार्ड बनाएंगे।शाम करीब पांच बजे 12 लाख 42 हजार पौधे के साथ ये रिकॉर्ड इंदौर के नाम हो गया। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी पौधा रोपकर भागीदारी निभाई। अभी तक एक दिन में सबसे ज्यादा पौधे लगाने का रिकॉर्ड असम सरकार के नाम पर है। वहां एक दिन में 9 लाख 26 हजार पौधे लगाए गए थे। हालांकि इंदौर में अभी भी पौधारोपण चल रहा है, ये आंकड़ा और बढ़ेगा।

शाह बोले- अब इंदौर हरियाली के नाम से भी जाना जाएगा
इस मौके पर बीएसएफ की रेवती रेंज में आयोजित समारोह में मंत्री शाह ने कहा कि इंदौर सफाई, स्वाद, सभागिता के लिए जाना जाता है। अब इंदौर हरियाली के नाम से भी जाना जाएगा। इंदौर स्मार्ट, मेट्रो सिटी बन चुका है। अब ग्रीन सिटी के नाम से जाना जाएगा। शाह ने कहा कि ये अभियान सरकारी समारोह नही है। समाज इस अभियान से जुड़े है। प्रधानमंत्री मोदी के एक पेड़ मां के नाम के नारे को देशवासियों से जन आंदोलन बना दिया। मंत्री शाह ने कहा कि पर्यावरण की चिंता विश्व को है। ओजन लेयर में बड़े-बड़े छेद हो गए हैं।

मध्य प्रदेश देश का फेफड़ा
मध्य प्रदेश देश का फेफड़ा है। यह देश को आक्सीजन देता है। इस प्रदेश में 30 परसेंट वन क्षेत्र है। पूरे देश का 12 परसेंट ग्रीन कवरेज इस प्रदेश में है। मंत्री शाह ने कहा कि मैं चुनाव के बाद पहली बार प्रदेश में आया है। इस प्रदेश की जनता ने 29 सीटें मोदी जी की झोली में डाली। प्रदेश की मोहन सरकार अच्छे काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि के क्षेत्र में कई योजनाएं लागू की हैं।

सीएम ने कहा पेड़ लगाना सबसे बड़ा पुण्य 
इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर जो करता है अलग हटके करता है। इसलिए इंदौर की देश में अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि मालवा के लिए कहावत थी कि मालव माटी गहन गंभीर, पग पग रोटी डग डग नीर, लेकिन काल के प्रवाह में मालवा से पेड़ कम होते गए, लेकिन अब इंदौर ने मालवा का पुराना स्वरूप लौटने का ठाना है। पेड़ लगाना सबसे बड़ा पुण्य का काम है।

हम साल 51 लाख इंदौर में पेड़ लगाएंगे
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन का इंदौर ने अख्तियार किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा किया। अब इंदौर ग्रीन सिटी के रूप में उभरेगा। हम साल 51 लाख इंदौर में पेड़ लगाएंगे। इंदौर ग्रीन कवरेज में 17 वें नम्बर पर है। पांच साल में पहले नंबर पर होंगे।