‘लापता लेडीज’ फिल्म को ऑस्कर में मिली एंट्री

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जैविक खेती, कीट प्रबंधन के घरेलू तरीके बताने वाली फिल्म

‘लापता लेडीज़’ फिल्म खेती के महत्व को समझाती है और जैविक खेती के लिए प्रेरित करती है. जबकि, सामाजिक ताने-बाने की परतें खोलती है तो कुरीतियों पर प्रहार करती है. फिल्म में जया (अभिनेत्री प्रतिभा रांता), गुंजन (अभिनेता दाउद हुसैन)  के बीच खेती-किसानी और कीट प्रबंधन पर कई मिनट लंबा सीन है. इसके अलावा जया और उसकी मां के बीच संवाद में ग्रामीण परिवेश के हालात और कृषि की पढ़ाई और जैविक खेती के भविष्य पर लंबी बातचीत है. 

केंद्र सरकार देश में खेती-किसानी को लेकर किसानों और ग्रामीणों को जागरूक कर रही है. खासकर प्राकृतिक खेती और जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिकों को जलवायु अनुकूल और कीटों-रोगों से लड़ने में सक्षम किस्मों को विकसित करने को कहा गया है. इस बीच ‘लापता लेडीज़’ फिल्म को भारत की ओर से ऑस्कर के लिए ऑफिशियल एंट्री मिली है. खेती-किसानी की बात के बीच हम यहां फिल्म ‘लापता लेडीज़’ की इसलिए बात कर रहे हैं, क्योंकि यह फिल्म ग्रामीण परिवेश के घटनाक्रम तो दिखाती ही है, बल्कि जैविक खेती, कीट प्रबंधन के घरेलू तरीकों और ऑर्गनिक फार्मिंग के भविष्य पर खुलकर पक्ष रखती है और कृषि क्षेत्र की महत्ता पर जोर देती है. 

‘लापता लेडीज’ फिल्म खेती के महत्व को समझाती है और जैविक खेती के लिए प्रेरित करती है. जबकि, सामाजिक ताने-बाने की परतें खोलती है तो कुरीतियों पर प्रहार करती है. फिल्म में जया (अभिनेत्री प्रतिभा रांता), गुंजन (अभिनेता दाउद हुसैन)  के बीच खेती-किसानी और कीट प्रबंधन पर कई मिनट लंबा सीन है. इसके अलावा जया और उसकी मां के बीच लंबे संवाद में ग्रामीण परिवेश के हालात, कृषि की पढ़ाई और जैविक खेती के भविष्य पर खुलकर बातचीत है.  

फिल्म में जया और मां के बीच कृषि की पढ़ाई पर बहस 

फिल्म में जया अपनी मां से संवाद करते हुए कहती है कि वह खेती-बाड़ी के बारे में पढ़ना चाहती है. इस पर उसकी मां कहती हैं कि खेती देखोगी तो चूल्हा-चौका कौन करेगा. हफ्ते भर में तुम्हारी शादी है और खेत बेचकर दहेज का इंतजाम किया गया है. 

जया जिद करते हुए कहती है कि वह पढ़ाई में अव्वल आई है, 800 लड़कों और 86 लड़कियों में. वह देहरादून जाकर जैविक खेती का कोर्स करने की बात अपनी मां से कहती है. इसी संवाद के क्रम में जया जैविक खेती के बारे में अपनी मां को बताती है कि आज से 10 साल बाद जैविक खेती का डंका बजेगा, ये लिखवा के ले लो. 

फसल में कीट प्रबंधन पर लंबा संवाद 

फिल्म में जया और युवक गुंजन के बीच खेती को लेकर संवाद दिखाया गया है, जिसमें फसल में कीट लगने पर कीटनाशक के छिड़काव की सलाह दी जाती है. इस पर जया बताती है कि कीटनाशक फसल के लिए जहर होता है. वह कहती है कि कीटनाशक कीड़ा को तो मारेगा पर साथ में फसल को भी मार देगा. जया कहती है कि फसल के कीड़ा को मारने के और भी तरीके हैं. 

घरेलू तरीके से स्टिकी स्ट्रैप बनाने की विधि पर लंबा सीन 

संवाद में जया बताती है कि स्टिकी ट्रैप के जरिए फसल के कीड़ों को मारा जा सकता है. वह स्टिकी ट्रैप बनाने की विधि भी बताती है और कहती है कि टिन के डिब्बे को साफ कर पीले रंग से रंग दिया जाए और रंग सूखने के बाद उस पर गोंद या लाई (ग्लू) लगा दिया जाए. इसके बाद उस टिन के डिब्बे को फसल से एक हाथ ऊपर खड़ा कर दो. जया बताती है कि जो पीला रंग है उससे कीड़ा आकर्षित होता है और वह टिन के डिब्बे पर बैठता तो गोंद या ग्लू की वजह से चिपक जाता है. 

संवाद में जया आगे बताती है कि उसके पिता खेतीबाड़ी करते हैं और शहर से लोग (कृषि वैज्ञानिक) उन्हें यह प्रक्रिया सिखाकर गए थे. 

1 मार्च को सिनेमाघरों में आई थी लापता लेडीज फिल्म 

आमिर खान प्रोडक्शन और यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म ‘लापता लेडीज़’ को 1 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था और बाद में इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर भी उतारा गया था. किरन राव के निर्देशन में बनी फिल्म ‘लापता लेडीज़’ को ऑस्कर 2025 में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म कैटेगरी के तहत एंट्री मिली है. यह फिल्म ऑस्कर में भारत की ऑफीशियल एंट्री है. फिल्म में प्रतिभा रांता ने जया की भूमिका निभाई है. जबकि नितांशी गोयल, स्पर्श श्रीवास्तव और रवि किशन ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं. इसके अलावा कई और कलाकर अपने अभिनय से फिल्म को जीवंत बनाते हैं.