लगभग सभी राज्यों में हीट वेव का असर खत्म,किसानों को शंभू बॉर्डर पर जुटने की अपील

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देश के लगभग सभी राज्यों में हीट वेव का असर खत्म हो गया है. हालांकि अभी भी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के एक दो जगहों पर लू की स्थिति देखी जा सकती है पर अधिंकाश जगहों पर तापमान सामान्य के आस-पास है. उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई स्थानों पर बारिश हुई है इससे लोगों को तपती गर्मी राहत मिली है. इधर बिहार झारखंड में भी बारिश शुरू हो गई है. मौसम विभाग ने केरल, तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, कोंकण-गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अगले चार से पांच दिनों के दौरान भारी से भारी होने की संभावना जताई है. इस दौरान एक दो जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश भी देखने के लिए मिल सकती है. इसे लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है.इधर किसान खरीफ फसलों की तैयारी में जुट गए हैं. वही किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आंदोलन कर रहे किसानों पर हमले का आरोप लगाया है और एक बार फिर से सभी किसानों को शंभू बॉर्डर पर जुटने की अपील की है.

खेती-किसानी में मौसम की भूमिका महत्वपू्र्ण होती है. मॉनसून की शुरुआत के साथ ही देश में खरीफ सीजन की शुरूआत हो चुकी है. किसान तैयारियों में जूट गए हैं. हालांकि उत्तर भारत के किसान अभी भी खेती के लिए अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में मौसम की हर एक जानकारी ‘किसान तक’ आपको दे रहा है. दूसरी ओर, किसान आंदोलन के पल-पल के अपडेट्स भी आप यहां पढ़ सकते हैं. इसके साथ ही खरीफ सीजन में फसलों की खेती की पूरी जानकारी के साथ-साथ पशुओं के रखरखाव की पूरी जानकारी यहां आप पढ़ सकते हैं. नई सरकार किसानों पर खास फोकस कर रही और किसानों के मुद्दे को सुलझाने का प्रयास कर रही है. किसानों के लिए नई सरकार की नई योजनाएं क्या है इस पर आपको हम अपडेट्स देते रहेंगे. साथ ही मंडी भाव से लेकर कृषि की नई तकनीक तक की जानकारी आपको यहां पर मिलेगी. इधर मॉनसून की दस्तक के साथ ही देश के कई हिस्से खासकर दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी बारिश हो रही है. झारखंड बिहार में भी मॉनसून की एंट्री हो चुकी है.इन राज्यों में किसान खरीफ फसल की तैयारियों में जुट गए हैं. कहीं-कहीं प्री-मॉनसून की बारिश भी देखी जा रही है

झारखंड में अब तक 67 फीसदी बारिश की कमी

झारखंड में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की धीमी गति के कारण जून में अब तक 67 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जबकि पांच जिलों में 80 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मॉनसून निर्धारित समय से 11 दिन बाद 21 जून को राज्य में पहुंचा और मंगलवार तक केवल चार जिलों- पाकुड़, साहेबगंज, गुमला और चाईबासा को कवर कर सका. 1-25 जून की अवधि के दौरान राज्य में 139.9 मिमी की सामान्य वर्षा की तुलना में 46.6 मिमी वर्षा हुई है.

शिमला में 27 जून से बदलेगा मौसम

शिमला में 27 जून से मौसम बदलने जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते 27 जून से लेकर 30 जून तक अधिकतर हिस्सो में बारिश होने की संभावना है. 28 जून को प्रदेश में बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है. हालांकि आगामी दो दिनों तक प्रदेश भर में मौसम साफ रहेगा जबकि मध्यवर्ती और ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश होने की आशंका जताई गई. इसी बीच बाहरी राज्यों से शिमला पहुंचने वाले पर्यटक यहां के मौसम का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का बड़ा फैसला

मुख्यमंत्री मोहन यादव का बड़ा फैसला

अब अपना इंकम टैक्स खुद भरेंगे मंत्री

अभी तक सरकार भरती थी मंत्रियों का इंकम टैक्स

अब शासन पर नही आएगा कोई वित्तीय भार

साल 1972 में बना था मंत्रियों का इंकम टैक्स सरकार द्वारा भरने का नियम

52 साल बाद मोहन सरकार ने बदला नियम

आज कैबिनेट में सभी मंत्रियों की सहमति से लिया गया फैसला

कर्नाटक में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी 

कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (सरकारी संस्था) ने कीमतों में 2 रुपये की बढ़ोतरी की है. अब 50 एमएल अतिरिक्त दूध 2 रुपये की बढ़ोतरी पर मिलेगा. अब प्रति लीटर दूध 44 रुपये में मिलेगा, पहले यह 42 रुपये में मिलता था. केएमएफ ने कहा कि यह कीमतों में बढ़ोतरी नहीं है, बल्कि अतिरिक्त दूध 2 रुपये में दिया जा रहा है, जो अमूल दूध की कीमतों से भी कम है. अगस्त 2023 में कैबिनेट ने दूध की कीमतों में 3 रुपये की बढ़ोतरी की थी

उत्तराखंड के खटीमा में बिजली गिरने से दो किसानों की मौत

जहां एक तरफ़ प्रचंड गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है, वहीं आज उत्तराखंड के खटीमा में पहली बारिश से गिरी आकाशीय बिजली दो किसानों की मौत का कारण बन गई. खटीमा के सैजना गांव में आज चार किसान धान की पौध लगा रहे थे कि तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो की खेत में ही मौत हो गई. दोनों एक ही परिवार के थे. दोनों मृतक आपस में सगे भाई बहन थे. दोनों की उम्र बीस और बाईस साल की थी. साथ में एक भाई और मां भी धान लगा रहे थे. इसी दौरान तेज बिजली गिरी और चारों किसान वही गिर गए. बाद में मां और एक बेटा तो उठ गए लेकिन दूसरा बेटा और बेटी नहीं उठ पाए. मृतक के भाई जगदीश राणा ने बताया कि उसका 19 वर्षीय भाई सुमित और 22 साल की बहन सुहानी को हमने काफ़ी उठाने का प्रयास किया, लेकिन उनमें सांस ही नहीं बची थी. गांव में मृतक के पड़ोसी प्रकाश पांडेय ने बताया कि बहुत ही दर्दनाक हादसा है. खटीमा में सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर ऋषिकांत ने बताया कि मृत अवस्था में लाए गए दोनों की मौत खेत में काम करने के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से हुई है