तरबूज एक ऐसा फल है जिसको बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी पसंद करते हैं. यह खाने में मीठा और रसीला होने के साथ सस्ते रेट में मिल भी जाता है. यही वजह है इसकी खेती गर्मियों के मौसम में किसानों के द्वारा बड़े पैमाने पर की जाती है.
गर्मियों के दौरान बाजार में तरबूज के फल की बेहद मांग रहती हैं. ऐसे में किसान इसकी खेती कर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. यही वजह है कि जिले के किसान मेंथा, धान गेहूं आदि की खेती से हटकर चाइनीज तरबूज की खेती करने लगे हैं. चाइनीज तरबूज की खेती में उन्हें कम लागत की तुलना में कई गुना मुनाफा हो रहा है.
एक फसल से 3 से 4 लाख का मुनाफा
जिले के एक ऐसे किसान हैं जो मल्चिंग विधि से तरबूज की खेती कर रहे हैं. बाराबंकी जिले के महन्दाबाद गांव के रहने वाले किसान शिव कैलाश ने तीन बीघे से चाइनीज तरबूज की खेती की शुरुआत की जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला आज वह करीब 6 बीघे में तरबूज की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग उन्हें 3 से 4 लाख रुपए मुनाफा प्रतिवर्ष हो रहा है.
कैसे करें चाइनीज तरबूज की खेती
शिव कैलाश ने बताया कि खरबूजे की फसल तैयार करने के लिए सबसे पहले खेतों की अच्छी तरीके से जुताई की जाती है. उसके बाद जैविक खाद्य पदार्थ डाला जाती है और पूरे खेत में मल्चिंग बेड बनाकर रोपाई की जाती है. उन्होंने बताया कि इस बार बीज अच्छा मिला है और प्रत्येक पौधे से 3 किलो से अधिक माल निकल रहा है. शिव कैलाश ने बताया कि 1 बीघे की खेती में करीब 15 हजार रुपए की लागत आती है, जिसमें खाद, बीज और मल्चिंग सहित अन्य चीजों का खर्च शामिल है. अगर हम मल्चिंग बेड के माध्यम से खेती करते हैं तो फसल में कम पानी की जरूरत पड़ती है. अधिक समय तक नमी बनी रहती है, जिससे पैदावार में बढ़ोतरी होती है. वहीं मुनाफा करीब एक फसल पर 3 से 4 लाख रुपए तक हो जाता है क्योंकि इस चाइनीज तरबूज की काफी मांग रहती है . यह खाने में काफी मीठा होता है और छोटे से छोटा फल लाल निकलता है जिसकी वजह से लोग इसको खाना काफी पसंद करते हैं.