इस देसी जुगाड़ के आगे कोल्ड स्टोर फेल..

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उमस भरी भीषण गर्मी में फल और सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को बड़ा नुकसान होता है. किसान फल और सब्जियों से उचित दाम भी नहीं ले पाते. फल और सब्जियों का उचित रखरखाव की सुविधा न होने की वजह से किसानों को औने-पौने दामों में अपनी उपज बेचनी पड़ती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में फल, सब्जी और अनाज की बर्बादी सालाना करीब 44,000 करोड़ रुपये की होती है.

फल और सब्जियों की इस बर्बादी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. अभी देश में 6,300 कोल्ड स्टोरेज है . इनकी कुल क्षमता 3.011 करोड़ टन है. अध्ययन से पता चला है कि ये कोल्ड स्टोरेज भारत की कुल जरूरत का आधा हिस्सा ही पूरा कर पा रहे हैं. फल और सब्जियों की इस बर्बादी को रोकने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के वैज्ञानिकों ने जीरो एनर्जी कूल चैंबर तैयार किया है. जिसमें किसान अपने खेतों में उगाई हुई सब्जियों और फलों को करीब 1 सप्ताह तक रख सकते हैं. डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान अपने खेत में ही जीरो एनर्जी कूल चैंबर बना सकते हैं. इस कूल चैंबर को बेहद कम लागत में तैयार किया जा सकता है. जिसमें फलों और सब्जियों को करीब 1 सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

जीरो एनर्जी कूल चैंबर तैयार करने की विधि
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान अपने खेत में ही ऊंची भूमि का चयन करे. जहां आसपास जल की आपूर्ति भी की भी व्यवस्था हो. इस जमीन पर सबसे पहले फर्श तैयार करें. उसके बाद करीब 5 फीट की ऊंचाई तक दोहरी दीवार बनाएं. दोनों दीवारों के बीच 5 से 7 इंच का गैप होना चाहिए. खाली स्थान में पानी भरने के उपरांत पीली बालू भरें. उसके बाद इस चैंबर के ऊपर बांस, सिर्की, पुआल या सूखी घास की मदद से छत बनाकर ऊपर से ढक दें. या फिर छत बनाने के लिए लकड़ी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. लकड़ी के ऊपर जूट के बोरों को भिगोकर डाल दें. ऐसा करने से तापमान में गिरावट आएगी.

10 दिन तक सुरक्षित रहेंगी हरी सब्जियां
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि इस कूल चैंबर में 15 डिग्री से लेकर 25 डिग्री तक का तापमान बना रहेगा. यह तापमान एक सप्ताह से 10 दिन तक बरकरार रहेगा. ऐसे में किसान फल, सब्जियों और फूलों को सुरक्षित रख सकते हैं. बाजार में अच्छा दाम मिलने पर उनको बेच सकते हैं. इतना ही नहीं इस कूल चैंबर में रखी हुई फल और सब्जियां का पोषण भी बरकरार रहेगा.

इस तकनीक पर काम करता है कूल चैंबर
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि जीरो एनर्जी कूल चैंबर का निर्माण किसान खुद से कर सकते हैं. यह जल के वाष्पन और शीतलीकरण के सिद्धांत पर कार्य करता है. जैसे घरों में प्रयोग होने वाले घडे़ का पानी शीतल होता है. इसी तरह से जीरो एनर्जी कूल चैंबर बनाने से बाहर के तापमान से लगभग 10 से 15 डिग्री सेल्सियस कम रहता है. इसके अंदर 90 प्रतिशत तक आर्द्रता बनी रहती है. जिससे इसमें रखी गई हरी पत्तेदार सब्जी 1 सप्ताह तक, आलू 97 दिन, टमाटर 30 दिनों तक ताजा बना रह सकता है.

NEWS18 INDIA

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