धान को बर्बाद करने वाले स्टेम बोरर को खत्म करेगा सेंट्रन कीटनाशक

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धान किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान स्टेम बोरर कीट की वजह से होता है. इसे तना छेदक कीट भी कहा जाता है और यह पौधे के तने में घुसकर उसे अंदर से खाकर खोखला कर देता है. इससे पौधे का विकास रुक जाता है और बालियां हल्की रह जाती हैं और उनमें दाना कम पड़ता है. इससे किसानों को उत्पादन घटने के साथ ही क्वालिटी में गिरावट का नुकसान झेलना पड़ता है. इसकी रोकथाम के लिए एग्रीसेक्टर की दिग्गज कंपनी इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (IIL) ने नया कीटनाशक प्रोडक्ट सेंट्रन (Centran) लॉन्च किया है. कंपनी का दावा है कि यह स्टेम बोरर को नियंत्रित करने के साथ ही उपज बढ़ाने में मददगार है.इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने कहा कि किसानों को अकसर अपनी फसलों को कीटों से बचाने और उनकी उपज में सुधार करने की दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है. किसानों की इस समस्या को दूर करने के लिए वह नया कीटनाशक प्रोडक्ट लाए हैं. 

क्रॉप प्रोटेक्शन और न्यूट्रीशन इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड (आईआईएल) ने क्रांतिकारी कीटनाशक सेंट्रन लॉन्च किया है. कंपनी का कहना है कि यह धान फसल को नुकसान पहुंचाने वाले स्टेम बोरर कीट से निपटने के लिए कारगर सॉल्यूशन होगा. अपने दोहरे काम के लिए सेंट्रन प्रभावी रूप से स्टेम बोर की रोकथाम करेगा और किसानों को स्वस्थ फसल और बेहतर उत्पादकता हासिल करने में मदद करेगा.

दोहरे एक्टिव कंपोनेंट को मिलाकर बना है सेंट्रन 

कंपनी के बयान में कहा गया है कि धान फसल भारतीय किसानों की रीढ़ है. स्टेम बोरर उनकी कड़ी मेहनत के लिए एक बड़ा खतरा है. इसकी रोकथाम के लिए वह नया प्रोडक्ट सेंट्रन लेकर आए हैं. सेंट्रन दोहरे एक्टिव कंपोनेंट को मिलाकर बनाया गया है, जो कीट को खत्म करने का काम करते हैं और फसल को जरूरी न्यूट्रीशन भी देते हैं. नए युग के इस कीटनाशक को इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड की रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम ने विकसित किया है.

कीट रोकथाम के साथ पोषण देने में मददगार 

कंपनी की ओर से बयान के अनुसार इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि किसानों को अकसर अपनी फसलों को कीटों से बचाने और उनकी उपज में सुधार करने की दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है. सेंट्रन प्रोडक्ट कीट नियंत्रण और फसल स्वास्थ्य के साथ दोनों पहलुओं को टारगेट करता है. मॉडर्न टेक्नोलॉजी को एकसाथ करके और भारतीय कृषि जरूरतों को समझकर इसे विकसित किया गया है. उन्होंने कहा कि आईआईएल में हमारा ध्यान ऐसे समाधान बनाने पर रहता है जो नुकसान को कम करते हैं. इसके साथ ही एग्रीकल्चर इकनॉमी में सुधार करते हैं और एक कंप्लीट एग्री इकोसिस्टम को सपोर्ट करते हैं. 

जड़ें मजबूत कर अंतिम चरण के विकास में सुधार होगा 

कंपनी के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी दुष्यंत सूद ने कहा कि सेंट्रन न केवल फसल को तना छेदक कीटों से बचाता है, बल्कि जड़ों को मजबूत करते हुए पौधे के अंतिम चरण के विकास को बढ़ाकर फसल को ऊर्जा भी देता है. कंपनी ने कहा है कि सेंट्रन कीट नियंत्रण और फसल पोषण के लिए बनाया गया है. यह पौधे के अंतिम चरण के विकास में सुधार करता है और बेहतर उपज देता है. इससे किसानों के लिए इस पर होने खर्च की तुलना में हाई रिटर्न मिलना पक्का होता है. 

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