दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में भी कर सकते हैं काली मिर्च की खेती

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भारत में काली मिर्च की खेती ज्यादातर दक्षिण के राज्यों में होती है.लेकिन कई बार लोग यह पूछते हैं कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी काली मिर्च की खेती की जा सकती है.

ब्लैक गोल्ड का नाम सुना है आपने. नहीं सुना होगा, आप सोच रहे होंगे सोना तो चमकता हुआ देखा है. यह ब्लैैक गोल्ड क्या चीज है. तो आपको बता दें ब्लैक गोल्ड वाकई में सोना नहीं होता. बल्कि काली मिर्च को ब्लैक गोल्ड कहा जाता है. एक समय था जब भारत से मसाले पूरे विश्व भर में जाते थे. 

तबसे काली मिर्च को ब्लैक गोल्ड के नाम से जाना जाता है. भारत में काली मिर्च की खेती ज्यादातर दक्षिण के राज्यों में होती है. लेकिन कई बार लोग यह पूछते हैं कि क्या दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी काली मिर्च की खेती की जा सकती है. तो चलिए जानते है इसका जवाब. 

इन राज्यों में भी कर सकते हैं खेती

किसी भी फल सब्जी या अन्य चीजों की खेती तापमान, जलवायु और मिट्टी पर ज्यादा निर्भर रहती है. लेकिन अब नई-नई तकनीक की मदद से किसी भी चीज की खेती कहीं भी की जा सकती है. जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में उगने वाली स्ट्रॉबेरी उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में उगाई जाती है. काली मिर्च की खेती सामान्य तौर पर दक्षिण के राज्यों में अधिक होती है. लेकिन दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में की इसकी खेती की जा सकती है.

काली मिर्च की खेती करने के लिए तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक का होना चाहिए. तो वहीं इसकी खेती के लिए 125 से लेकर 200 सेंटीमीटर तक बारिश की भी जरूरत होती है लाल लेटराइट मिट्टी में काली मिर्च की खेती अच्छे से होती है.  मिट्टी का पीएच मान 5.5 से लेकर 6.5 के बीच सही रहता है. यह सब अगर इन राज्यों में मौजूद है. तो आसानी से इन राज्यों में काली मिर्च की खेती की जा सकती है. 

काली मिर्च के फायदे

काली मिर्च न सिर्फ खाने में स्वाद बढ़ाती है. बल्कि इसके अंदर बहुत सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं. काली मिर्च के भीतर विटामिन ए, विटामिन सी और बेटा कैरोटीन होता है. इनके सेवन से पेट में गैस कब्ज जैसी समस्याएं दूर रहती हैं. तो वही साथ में ही इससे कैंसर जैसी घातक बीमारी भी दूर रहती है. गठिया की बीमारी के लिए काली मिर्च का सेवन फायदेमंद माना जाता है.