मंडलेश्वर: निमाड़ फ्रेश कृषि विकास फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लि द्वारा गत दिनों ग्राम डालकी में वार्षिक आम सभा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत खरगोन के सीईओ श्री आकाश सिंह थे। अध्यक्षता निमाड़ फ्रेश के निदेशक श्री बालकृष्ण पाटीदार ने की। इस अवसर पर नाबार्ड डीडीएम खरगोन श्री विजेंद्र पाटिल, एडीए श्री प्रकाश ठाकुर, केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.के. सिंह, युवा उद्यमी श्री नितिन पाटीदार, गोगांवा एफपीओ के निदेशक श्री मोहन सिसोदिया, श्री संतोष पाटीदार यूपीएल , बीज प्रमाणीकरण विभाग से श्री ए पी शुक्ला ,एलआईसी से जिला विकास अधिकारी श्री अल्केश पाटीदार और अन्य गणमान्य अतिथियों सहित करीब 600 से अधिक किसान उपस्थित थे।
अतिथियों का उद्बोधन – जिला पंचायत सीईओ श्री सिंह ने किसानों को बताया कि सरकार एफपीओ को सशक्त और स्थायी बनाने में किस प्रकार सहयोग कर रही है, जिससे किसान आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम के अंत मे श्री सिंह ने एफ पी ओ के कार्यों का दौरा किया एवं मार्गदर्शन दिया । नाबार्ड डीडीएम श्री पाटिल ने कहा कि किसान एफपीओ के माध्यम से खेती की लागत को कम कर सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। किसान बीज उत्पादन कार्यक्रम मे शामिल होकर भी अपनी आय को बढ़ा सकता है! नाबार्ड एफपीओ को अनुदान भी प्रदान करता है, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिलता है। जिला रिसोर्स पर्सन श्री पवन पाटीदार ने किसानों को उद्यानिकी विभाग की पीपीएम योजना की जानकारी दी।
निमाड़ फ्रेश के नए लक्ष्य – उल्लेखनीय है कि निमाड़ फ्रेश की स्थापना भारत सरकार की सेन्ट्रल सेक्टर योजना 10 हज़ार एफपीओ के गठन और संवर्धन ‘ के तहत की गई है। निमाड़ फ्रेश मुख्य रूप से लाल मिर्च और काबुली चने पर काम कर रहा है। बैठक में पिछले वित्तीय वर्ष की प्रगति और आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में यह निर्णय लिया कि आईपीएम (इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट) सूखी लाल मिर्च पर प्रति किलोग्राम 5-10 रूपए का प्रीमियम दिया जाएगा। इसके साथ ही, खरगोन जिले के अन्य ब्लॉकों को शामिल करते हुए 1 हज़ार किसानों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। किसान सदस्यों के लिए सामान्य सुविधा केंद्र ) विकसित करने और आईपीएम मिर्च की खेती का क्षेत्र बढ़ाने की योजना पर भी काम किया जाएगा। किसान साथियों को 2 लाख तक का बीमा देने का निर्णय भी लिया गया। सेगाँव ब्लॉक के हर गाँव में एफपीओ की ओर से भूमि कथा का आयोजन किया जाएगा, ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति एवं मिट्टी के बचाव को बढ़ावा दिया जा सके। एफपीओ के किसान अपनी फसल विदेशों में बेच कर अधिक मुनाफा कमा सके , इसलिए आईपीएम जैसी पद्धति से खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जायगा। इसके अलावा मिट्टी की जाँच और खेती की तकनीक में सुधार किया जाएगा। सभी के सहयोग से एफपीओ को सशक्त बनाया जाएगा, ताकि किसान एवं देश दोनों उन्नति की राह पर अग्रसर हो सके। कार्यक्रम का संचालन एफपीओ के सीईओ श्री हरिओम भुरे ने किया।