रबी सीजन में तिलहन फसलों की बुवाई को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बीजों की मिनी किट किसानों को सितंबर से अक्टूबर और उसके बाद तक वितरित की हैं. राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सरसों के लहलहाते खेतों का वीडियो जारी कर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि किसान आलू के साथ सरसों की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने मुफ्त सरसों किट वितरण कार्यक्रम को किसानों के लिए लाभदायक बताया.
उत्तर प्रदेश में सरसों का रकबा बढ़ रहा
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार देशभर में रबी सीजन में सरसों की बुवाई 30 दिसंबर तक 90 लाख हेक्टेयर पहुंच गई है, जो बीते साल समान अवधि तक बोई गई सरसों के रकबे के काफी नजदीक है. वहीं, उत्तर प्रदेश में सरसों की खेती के प्रति किसानों का रुझान बढ़ा है. इसका नतीजा है कि करीब 20 फीसदी क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी देखी गई है. उत्तर प्रदेश में सरसों का रकबा 14 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल से बढ़कर 18 हजार हेक्टेयर के पार पहुंच गया है.
कृषि मंत्री ने सरसों के खेतों का वीडियो शेयर किया
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सरसों के खेतों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा है कि – जनपद मथुरा से दिल्ली जाते समय मार्ग में सरसों की लहलहाती फसल देखकर हृदय आनन्दमय हो गया, यह फसल इस बात का प्रमाण है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में कृषि विभाग द्वारा निःशुल्क वितरित किये गये सरसों के मिनीकिट के द्वारा किसानों को काफी लाभ मिला है और मथुरा और आगरा के किसान बन्धु आलू के साथ-साथ सरसों की फसलों को भी बढ़ावा दे रहे हैं.
तिलहन रकबे में 90 फीसदी सरसों की हिस्सेदारी
केंद्र सरकार दलहन और तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए कई तरह से किसानों की मदद कर रही है. इसके तहत राज्यों में किसानों को मुफ्त तिलहन फसलों और दलहन फसलों के बीज किट उपलब्ध कराई गई हैं. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार सभी तिलहन फसलों का रकबा भी बढ़ा है. 30 दिसंबर तक 96.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहन फसलें बोई गई हैं. इनमें किसानों ने सर्वाधिक 88.50 लाख हेक्टेयर में सरसों फसल बोई है.