नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्यसभी में बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार सभी कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरेदेगी। किसानों से एमएसपी पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने इसका आश्वासन भी दिया। उनका बयान ऐसे समय में आया, जब किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली तक पैदल मार्च की योजना बना रहे हैं। राज्यसभा में शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं आपलोगों को आश्वासन देता हूं कि किसानों की सारी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी। यह मोदी सरकार है और यह मोदी की गारंटी को पूरी करने की गारंटी है। उन्होंने कहा, “जब मेरे विपक्ष के दोस्त सत्ता में थे, तब उन्होंने कहा था कि वे एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को स्वीकार नहीं करेंगे। खासकर उपज की लागत पर 50 फीसदी ज्यादा देने की बात पर।”
शिवराज सिंह चौहान के बयान पर राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने उन्हें रिकॉर्ड सामने रखने को कहा। केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए दावा किया, “पहले की संप्रग सरकार ने कभी किसानों का सम्मान नहीं किया और कभी किसानों की लाभकारी कीमतों की मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया। मैं आपके माध्यम से सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि 2019 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को उत्पादन लागत पर 50 फीसदी लाभ देकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गणना करने का फैसला किया है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार किसानों को लाभकारी मूल्य दे रही है। तीन साल पहले से ही सरकार धान, गेहूं, ज्वार और सोयाबीन को उत्पादन लागत से 50 फीसदी अधिक मूल्य पर खरीदा जा रहा है।
संसद में बहस के दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने शिवराज सिंह चौहान के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने शिवराज सिंह के समर्थन में कहा, “माननीय मंत्री मेरे साथ थे। जाते समय भी मेरे साथ थे, आते समय भी मेरे साथ थे। जिस व्यक्ति की पहचान देश में लाडले के नाम से थी, अब वह किसानों का लाडला होगा। मैं पूरी तरह आशावाद हूं कि अपने नाम के अनुरूप मंत्री शिवराज यह कर के दिखाएंगे। जयराम रमेश से मुझे उम्मीद थी कि वे कुछ प्रश्न पूछेंगे। अच्छा लगता अगर एक बार भी स्थगन प्रस्ताव आता। आज मैंने आपके (शिवराज सिंह चौहान) नाम का नामांकन कर दिया, किसान के लाडले।”