तंबाकू से बने घोल के छिड़काव से श्वेतमक्खी, लाही, मधुआ, फलीछेदक पिल्लू (हेलियोथिस) को रोका जा सकता है. फसलों पर इस घोल को दो बार से अधिक नहीं छिड़कना चाहिए क्योंकि इसका खराब असर भी हो सकता है.तंबाकू जिसे खैनी भी कहते हैं, उसकी आम लोगों में इमेज अच्छी नहीं है. इसे नशे के साथ जोड़ कर देखते हैं. इमेज इसलिए भी खराब है क्योंकि इसे कैंसर जैसी बीमारी से जोड़ कर देखा जाता है. लेकिन इसकी कुछ अच्छाई भी है. किसान इसकी खेती से कमाई करते हैं. इससे उनकी आमदनी बढ़ती है. साथ ही किसान तंबाकू से अपने घर में ही कीटनाशक बनाते हैं और फसलों पर छिड़काव करते हैं. इससे फसल की सुरक्षा होने के साथ ही कीटनाशक का खर्च बचता है.
अगर आप भी चाहते हैं कि तंबाकू से घर बैठे कीटनाशक बनाएं तो आपको हम इसकी आसान विधि बताते हैं. इसमें तंबाकू की पत्ती का इस्तेमाल नहीं होता बल्कि उसके डंठल का प्रयोग होता है. यहां आपको एक किलो खैनी के डंठल को चूरे में बदल लेना है. फिर उस चूर्ण को 10 लीटर पानी में गर्म करना है. जब यह मिश्रण आधा घंटा खौल जाए तो उसे ठंडा होने के लिए छोड़ देना है.
कैसे बनाएं कीटनाशक
इसके बाद घोल को छान लें और उसमें कपड़ा धोने वाला साबुन (2 ग्राम प्रति लीटर) मिला दें. फिर इस घोल में पानी मिलाकर कुल 80-100 लीटर का घोल तैयार करना है. अब आपका कीटनाशक तैयार है जिसे फसलों पर छिड़क सकते हैं. इस घोल के छिड़काव से श्वेतमक्खी, लाही, मधुआ, फलीछेदक पिल्लू (हेलियोथिस) को रोका जा सकता है. फसलों पर इस घोल को दो बार से अधिक नहीं छिड़कना चाहिए क्योंकि इसका खराब असर भी हो सकता है.
तंबाकू के अलावा आप चाहें तो मिर्च-लहसुन से भी कीटनाशक बना सकते हैं. आपको तीन किलो हरी और तीखी मिर्च लेनी है. इसके डंठल को हटाकर मिर्च को पीस लेना है. पीसी मिर्च को 10 लीटर पानी में मिलाकर रातभर छोड़ दें. सुबह घोल को अच्छी तरह से मिलाकर किसी सूती कपड़े से छान लें. किसी दूसरे बर्तन में लहसुन को पीस लें और उसे 250 मिली किरासन तेल में मिलाकर रातभर छोड़ दें.
इन कीटों से छुटकारा
सुबह में इस घोल को सूती कपड़ा से छान लें. सुबह में एक लीटर पानी में 75 ग्राम कपड़ा धोने का साबुन मिला लें. अब इस घोल को एक साथ मिलाकर 3-4 घंटे के लिए छोड़ दिया जाता है. घोल को फिर से छान लें. इस घोल को पानी में मिलाकर 80 लीटर बना लेना है. उसके बाद फसलों पर छिड़काव करना है. इस कीटनाशक के छिड़काव से चना के फलीछेदक और तंबाकू के पिल्लू को नियंत्रित किया जा सकता है.