भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार जल्द ही 52,000 सोलर सिंचाई पंप लगाने जा रही है। इससे किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मिलेगी और सरकार पर सब्सिडी का बोझ भी कम होगा। ये पंप लगभग 250 मेगावाट बिजली पैदा करेंगे, जिससे किसानों को बिजली कटौती की समस्या से निजात मिलेगी।
इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप की कुल लागत का केवल 40% ही देना होगा। बाकी 30-30% केंद्र और राज्य सरकार सब्सिडी देगी। सोलर पंपों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। कयास है कि इस साल के अंत तक पंप लगाने का काम शुरू हो जाएगा।
सोलर पैनल की इतनी होगी क्षमता
हर सोलर पंप में लगभग 5 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पैनल होंगे। इस तरह कुल 52,000 पंप लगभग 250 मेगावाट बिजली पैदा करेंगे। ये पंप किसानों को बिजली कटौती जैसी समस्याओं से निजात दिलाएंगे। जिससे उनकी फसलों को जरूरत के हिसाब से भरपूर पानी मिल पाएगा।
सोलर पंप के टेंडर हुए जारी
अधिकतर इलाकों में किसानों को रात के समय बिजली मिलती है, लेकिन अब ये सोलर पंप दिन में भी इस्तेमाल किए जा सकेंगे। ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव ने कहा कि टेंडर जारी कर दिए गए हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम इस साल के अंत तक पंप लगाना शुरू कर देंगे।
5 साल की वारंटी के साथ मिलेंगे पंप
ये पंप 5 साल की वारंटी के साथ आएंगे और पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दिए जाएंगे। सरकारी सूत्रों के अनुसार औसतन पांच हॉर्स पावर के हर कृषि पंप के लिए सरकार हर साल लगभग 50,000 रुपये की सब्सिडी देती है।
मुफ्त में मिलेगी बिजली
इस प्रकार सरकार इन पंपों पर जो 30% एकमुश्त सब्सिडी दे रही है, वह दो साल के भीतर ही वसूल हो जाएगी। क्योंकि सोलर पंप लगने के बाद इन किसानों को किसी सब्सिडी की आवश्यकता नहीं होगी। चूंकि ये पंप ग्रिड से नहीं जुड़े होंगे और स्वतंत्र सोलर पंप होंगे, इसलिए किसानों को मुफ्त में बिजली मिलेगी।