केंद्रीय उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गत दिवस मंत्रालय में नैनो यूरिया (तरल) उत्पादन और बिक्री की स्थिति का मूल्यांकन किया। उन्होंने बैठक के दौरान किसानों और व्यापारियों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए उर्वरक विभाग (डीओएफ) द्वारा निर्माण, आपूर्ति योजना और उठाए गए कदमों पर भी चर्चा की।
1 अप्रैल 2022 से 10 अगस्त 2022 की अवधि के दौरान, नैनो यूरिया की 1.23 करोड़ बोतलों का उत्पादन और शिपिंग किया गया। 1 अगस्त, 2021 से अब तक करीब 3.27 करोड़ बोतलें बिकी हैं, जिनमें से 2.15 करोड़ बोतलें वित्त वर्ष 20-21 के दौरान बेची गईं। वित्तीय वर्ष 2022-2023 के दौरान 10 अगस्त, 2022 तक 1.125 करोड़ बोतलें (500 मिली) बेची गईं।
वर्तमान नैनो यूरिया उत्पादन सुविधा की दैनिक उत्पादन क्षमता 1.5 लाख बोतल है। सितंबर और दिसंबर 2022 और जनवरी और मार्च 2023 के बीच अतिरिक्त 4.60 करोड़ बोतलों का निर्माण किया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान नैनो यूरिया की लगभग 60 मिलियन बोतलों का उत्पादन और किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। 27 लाख मीट्रिक टन पारंपरिक यूरिया खुदरा से नैनो यूरिया की 6 करोड़ बोतलें बनाई जाएँगी।
डॉ. मंडाविया ने बताया कि नैनो यूरिया वर्तमान में पूरे देश में किसानों द्वारा पसंद किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि उर्वरक विभाग द्वारा नैनो यूरिया को राज्यों की मासिक आपूर्ति योजना में शामिल कर लिया जाए तो नैनो यूरिया की किसानों तक उपलब्धता और पहुंच में काफी विस्तार होगा।