देश के कृषि मंत्री बनते ही शिवराज सिंह चौहान फुल एक्शन मोड में आ गए हैं. एक तरफ वे दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं तो दूसरी ओर कृषि मंत्रालय में मोदी सरकार की प्राथमिकताएं भी गिनवा रहे. इस बीच वसुंधरा राजे सिंधिया से मिलने भी पहुंचे. जिसे लेकर चर्चाओं का दौर है.
केंद्रीय मंत्री बनने और विभाग मिलने के बाद शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में हैं. सोमवार को जैसे ही विभागों को बंटवारा हुआ, वैसे ही शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली स्थित एमपी भवन में अधिकारियों की बैठक बुलाई थी. वहीं कृषि मंत्री बनते ही शिवराज सिंह चौहान एक-एक कर दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. बुधवार को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया पहुंची और दोनों ने साथ में काफी वक्त बिताया. दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों की इस मुलाकार को राजनीतिक हलकों में औपचारिकता का नाम दिया गया. मुगर बीजेपी के दो दिग्गज जब यूं ही मिले तो बात भी होगी और लोग चर्चा भी करेंगे.
शिवराज ने की वसुंधरा राजे से मुलाकात
शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेते ही एक-एक करके बीजेपी के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करने पहुंचे. इसी बीच कृषि मंत्री बनते ही आज शिवराज सिंह चौहान राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया से मिलने पहुंचे. बता दें शिवराज सिंह चौहान के सिंधिया राजघराने से पुराने रिश्ते रहे हैं. दोनों ही नेता राजनीति के खिलाड़ी हैं. साथ ही दोनों पूर्व सीएम हैं. दोनों के मुलाकात की राजनीति गलियारों में चर्चा होने लगी है. कहा जा रहा कि एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा में शपथ ग्रहण कार्यक्रम में व्यस्त थे, दूसरी तरफ शिवराज राजस्थान के पूर्व सीएम से मुलाकात करने पहुंचे. लिहाजा दोनों के बीच मुलाकात पर संशय के बादल छा गए हैं. हालांकि दोनों दिग्गज नेताओं की यह मुलाकात औपचारिक बताई जा रही है, लेकिन शिवराज और वसुंधरा राजे सिंधिया के बीच क्या बात हुई, यह सामने नहीं आ पाया है.
कृषि मंत्री बनते ही एक्शन मोड में शिवराज सिंह चौहान
इसके साथ ही कृषि मंत्रालय संभालते ही केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान फुल स्वैग में नजर आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने आज कृषि भवन में बैठक की. जहां पीएम मोदी के संकल्प के अनुसार 100 दिनों की कृषि कार्ययोजना के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की. केंद्रीय मंत्री शिवराज ने अधिकारियों पर किसानों के विकास पर अपना फोकर करने की बात कही है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहा ने मोदी कार्यकाल में पहले 100 दिनों की विभागीय कार्ययोजना के सभी पहलुओं को समझने के साथ देश में कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के दिशा-निर्देश भी दिए. साथ ही किसानों को खाद-बीज समय पर मिलने की भी बात कही है.
100 दिन के टास्क पर हुई चर्चा
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में ग्रामीण विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम हुआ है. प्रधानमंत्री की प्राथमिकता ग्रामीण विकास है. प्रधानमंत्री मोदी ने 100 दिन का जो टास्क दिया है, उसे हमें पूरा करना है. इसके लिए अधिकारियों को शिवराज सिंह चौहान ने अपनी और नई-नई सत्ता में आई Modi 3.0 सरकार की प्राथमिकताएं भी गिनाई. शिवराज के तत्काल एक्शन में आते ही पार्टी में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि मामा मध्य प्रदेश की तर्ज पर दिल्ली में भी बदलाव लाएंगे.