भारत में ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट

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भारत में एक ओर जहां ट्रैक्टर का उपयोग महत्वपूर्ण समझा जाता है वहीं दूसरी ओर जुलाई माह के दौरान विभिन्न निर्माण कंपनियों के ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट भी देखने को मिली है। इस गिरावट के कारण ट्रैक्टर निर्माण उद्योग चिंता में है। हालांकि उम्मीद भी यह जाहिर की जा रही है कि आगामी दिनों में बिक्री का आंकड़ा उपर पहुंच जाएगा।

क्या कहते है फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के आंकड़े

जुलाई 2024 में   बिक्री में 11.94 की गिरावट आई है।  जुलाई 2024 में 79,970 ट्रैक्टर बेचे गए। जबकि पिछले साल जुलाई 2023 में 90,821 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टैफे, एस्कॉर्ट्स ट्रैक्टर, आयशर ट्रैक्टर समेत करीब सभी कंपनियों के ट्रैक्टरों की बिक्री में गिरावट हुई है। लेकिन सोनालिका और जॉन डियर ट्रैक्टर की बिक्री बढ़ी।  कुछ कंपनियों के आंकड़े यहां प्रस्तुत है—-

महिंद्रा एंड महिंद्रा ट्रैक्टर

जुलाई 2024 में महिंद्रा ने 18,422 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल इसी महीने में बेचे गए 20,914 ट्रैक्टरों से कम है। बिक्री में 11.92% गिरावट हुई। महिंद्रा एंड महिंद्रा की बाजार हिस्सेदारी जुलाई 2024 में 23.04 प्रतिशत रही, जो जुलाई 2023 में 23.03 प्रतिशत थी।

स्वराज ट्रैक्टर

महिंद्रा एंड महिंद्रा के एक डिवीजन स्वराज ट्रैक्टर ने ट्रैक्टर की बिक्री में 0.72% की कमी देखी, जुलाई 2024 में 16,265 ट्रैक्टर की बिक्री हुई, जबकि जुलाई 2023 में 16,383 ट्रैक्टर्स की बिक्री हुई थी। हालांकि, स्वराज ट्रैक्टर की बाजार हिस्सेदारी में 2.30% की वृद्धि हुई।

एस्कॉर्ट्स ट्रैक्टर

एस्कॉर्ट्स ट्रैक्टर ने जुलाई 2024 में 8,274 ट्रैक्टर्स बेचे, जुलाई 2023 में 8,534 ट्रैक्टर्स बेचे थे, यानी बिक्री में 3.05% की कमी आई है। 

आयशर ट्रैक्टरआयशर ट्रैक्टर ने जुलाई 2024 में 5,420 ट्रैक्टर बेचे, जो जुलाई 2023 में बेचे गए 6,796 ट्रैक्टर से 20.25% कम है। इससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में 0.70% की कमी आई।

भारतीय कृषि और ट्रैक्टर

भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश की यदि बात करें तो यहां परंपरागत रूप से ही खेती का काम होता रहा है लेकिन समय के फेर ने कहीं न कहीं किसी न किसी रूप से कृषि के क्षेत्र में आधुनिक या मशीनरी संसाधनों को भी जोड़ा है। इन्हीं में ट्रैक्टर भी शामिल है। हालांकि, ट्रैक्टर ने 19वीं शताब्दी में पहियों पर भाप इंजन के रूप में  शुरुआत के बाद से एक लंबा सफर तय किया है। 

आज खेती के लिए ट्रैक्टरों का उपयोग जुताई, मिट्टी की खेती और खेतों में रोपण के लिए किया जाता है। आधुनिक प्रकार के ट्रैक्टरों का उपयोग झाड़ियों, भूनिर्माण, उर्वरक को स्थानांतरित करने या फैलाने और लॉन रखरखाव सहित विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सकता है। और सटीक कृषि प्रौद्योगिकियों और डिजिटल उपकरणों की मदद से, आधुनिक ट्रैक्टरों के कार्यों और क्षमताओं की सीमा और भी व्यापक हो गई है। चाहे आप लॉन और बगीचे में या खेत पर काम करना पसंद करते हों, आप पाएंगे कि ट्रैक्टर का उपयोग करने से काम आसान हो जाता है।

ट्रैक्टरओईएमजुलाई 24बाजारहिस्सेदारी (%) जुलाई 24″जुलाई 23बाजारहिस्सेदारी (%) जुलाई 23″पिछले वर्ष की तुलना में % वृद्धि
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (ट्रैक्टर)18,42223.04%20,91423.03%-11.92%
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (स्वराज डिवीजन)16,26520.34%16,38318.04%-0.72%
इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड11,14113.93%11,06312.18%0.71%
एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड (कृषि मशीनरी समूह)8,27410.35%8,5349.40%-3.05%
टैफे लिमिटेड7,8849.86%12,42013.68%-36.52%
जॉन डीयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (ट्रैक्टर डिविजन)6,2517.82%5,5296.09%13.06%
आयशर ट्रैक्टर्स5,4206.78%6,7967.48%-20.25%
सीएनएच इंडस्ट्रियल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड3,0183.77%3,1913.51%-5.42%
कुबोटा एग्रीकल्चरल मशीनरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड1,4611.83%1,8762.07%-22.12%
अन्य1,8342.29%4,1154.53%-55.43%
कुल79,970100%90,821100%-11.95%