बारिश के मौसम में जलीय सब्जियां किसानों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. इसमें पानी पालक यानी कलमी शाक भी एक ऐसी सब्जी है, जो पोषण के हिसाब से भी बेहतर मानी जाती है.
बारिश के मौसम में कई सब्जियां खराब हो जाती है. जिसके कारण सब्जियों के दाम (Vegetables Price) आसमान पर पहुंच जाते हैं. खेतों में पानी भरा रहने के कारण कई किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. ऐसे में किसानों ने जलीय सब्जियों (Aquatic Vegetables) की ही खेती करनी चाहिए. जिससे की तगड़ा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है.
बरसात के मौसम में ये फसल देगी जोरदार मुनाफा
बारिश के मौसम (rainy season) में जलीय सब्जियां किसानों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. इसमें पानी पालक (Water Spinach Farming) यानी कलमी शाक भी एक ऐसी सब्जी है, जो पोषण के हिसाब से भी बेहतर मानी जाती है. इस फसल में लागत भी बहुत कम होती है. लेकिन आय दोगुनी से ज्यादा होती है.
मुनाफेदार होती है पानी पालक की खेती
जो किसान पानी पालक की खेती कर रहे हैं वे जबरदस्त मुनाफ़ा कमा रहे हैं. क्योंकि इसके सभी भाग खाने योग्य होते हैं. इतना ही नहीं बारिश के मौसम में कटाई के लिए जटिल प्रक्रियाओं का सामना नहीं करना पड़ता है. पानी पालक की वैज्ञानिक खेती के लिए भी प्रयास किये गए. जिसके बारे में आईसीएआर भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने आशाजनक परिणामों के बारे में बताया.
सालभर होती है खेती
पानी पालक की खेती साल भर होती है. इस फसल की पत्तियां विटामिन का बेहतर स्रोत है. खाद्य प्रोटीन के लिए इसे बेहतर विकल्प माना जाता है. यह फाइबर और आयरन से भरपूर होती है. इसमें पाएं जाने वाले कई औषधीय गुणों के इसकी डिमांड भी काफी रहती है. एनीमिया से पीड़ित लोगों को भी इसे खाने की सलाह दी जाती है.इसकी खेती बीज और वनस्पति दोनों प्रकार से की जाती है. पानी पालक के पत्तों का मूल्य 15-20 रुपये प्रति किग्रा होता है. इसकी खेती के लिए लगभग डेढ़ लाख रुपये की लागत आती है. जिसमें लगभग 15 लाख रुपये तक का मुनाफ़ा कमाया जा सकता है.