सावन आते ही दिल्ली-एनसीआर में भी मानसून मेहरबान हो गया है। मंगलवार को भी दिल्ली व आस-पास के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव कुछ राज्यों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इनमें गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।
मुंबई में जहां तेज बारिश से कई सड़कें डूबीं रहीं, वहीं गुजरात के कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यहां सड़कों पर नदियों जैसे तेज बहाव से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इसी के साथ यूपी, उत्तराखंड सहित 11 राज्यों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल में 25 सड़कें बंद…
हिमाचल प्रदेश में मौसम के ऑरेंज अलर्ट के बीच सोमवार रात को कांगड़ा, धर्मशाला, पालमपुर और धौलाकुआं में भारी बारिश हुई। मंगलवार को ज्यादातर क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहे। राजधानी शिमला और धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई। मैदानी जिलों में बारिश नहीं होने से मौसम में उमस बढ़ गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। प्रदेश में 25 सड़कें, 97 बिजली ट्रांसफार्मर और 13 पेयजल योजनाएं ठप हैं। मंडी जिले के कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित चल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार को भी प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया है। 29 जुलाई तक प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने का पूर्वानुमान है।
यहां भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने जिन राज्यों में बुधवार को बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है उनमें उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, ओडिशा व छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इसके साथ ही हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी और राजस्थान में 26 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
गुजरात में नदियां उफनाईं, 47 सड़कें बंद
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव मध्य प्रदेश से होते हुए गुजरात की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग की ओर से राज्य के कुछ इलाकों में 26 जुलाई तक लगातार 4 दिनों तक भारी से अतिवर्षा की भविष्यवाणी की गई है। कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यहां सड़कों पर नदियों जैसे तेज बहाव से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
नखत्राणा की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। नाना अंगिया और बिग अंगिया गांवों के बीच बहने वाली भूखी नदी से दोनों गांवों को जोड़ने वाली पूरी सड़क बह गई है। इसके अलावा जामजोधपुर के सोगाथी बांध में भी दरार आ गई है।
वलसाड जिले की औरंगा, पार, कोलक, दमनगंगा, मान नदी, तन नदी समेत सभी नदियां उफान पर हैं। इसके चलते जिले की 47 सड़कों पर आवागमन रोक दिया गया है। जिले में नदियों का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट मोड में है। एनडीआरएफ की एक टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है।