कृषि एंव किसान कल्याण विभाग की तरफ से खरीफ की फसलों से जुड़े आंकड़ें जारी किए गए हैं. विभाग के आंकड़ों पर अगर यकीन करें तो इस बार खरीफ फसलों की बुवाई में इजाफा हुआ है. विभाग ने 8 जुलाई 2024 तक खरीफ फसलों के तहत बुवाई क्षेत्र में इजाफा हुआ है और पिछले साल की तुलना में इसमें खासी प्रगति हुई है. विभाग ने बताया है कि खरीफ फसल की बुवाई 378 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र में हुई है. पिछले साल की तुलना में इसमें 14.10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं दलहनी फसलों या दालों की बुवाई में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है.
चावल की बुवाई बढ़ी
विभाग की तरफ से बताया गया है कि 8 जुलाई तक चावल का बुवाई क्षेत्र 59.99 लाख हेक्टेयर था. जबकि पिछले साल इसी समय तक यह आंकड़ा 50.26 लाख हेक्टेयर था. वहीं अगर श्रीअन्न यानी सह मोटे अनाजों की बात करें तो इस साल 58.48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इनकी बुवाई की जा चुकी है. पिछले साल से अगर इसकी तुलना करें तो यह आंकड़ा 82.08 लाख हेक्टेयर था. इसका मतलब यह है कि अभी तक इनकी बुवाई पिछले साल की तुलना में काफी कम है.
रागी की बुवाई ज्यादा
जहां इस साल ज्वार की बुवाई 3.66 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है तो पिछले साल यानी 2023 में 7.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में यह बोया जा चुका था. इसी तरह से अभी तक बाजरा 11.41 लाख हक्टेयर क्षेत्र में बोया गया है. पिछले साल यह आंकड़ा 43.02 लाख हेक्टेयर था. साफ है कि इस साल अभी तक बाजरा की बुवाई काफी निराश करने वाली रही है.
वहीं इस साल रागी की बुवाई कुछ हद तक सकारात्मक रही है. इस साल जहां यह अभी तक 1.02 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोया गया है तो पिछले साल इस समय तक 0.94 लाख हेक्टेयर ही था. मक्का की बुवाई भी 2023 की तुलना में काफी हद तक संतोषजनक रही है. इस साल अभी तक 41.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी बुवाई हो चुकी है. जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 30.22 लाख हेक्टेयर तक ही था.
दाल में आई तेजी
अगर दालों की बात करें तो साल 2023 में जहां अरहर दाल की बुवाई 4.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई थी. जबकि इस साल अब तक 20.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी बुवाई की जा चुकी है. उड़द दाल 5.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है जो पिछले साल 3.67 लाख हेक्टेयर तक थी. इसी तरह से मूंगदाल 8.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में और कुल्थी 0.08 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोयी जा चुकी है. वहीं बाकी दालें भी अब तक 2.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई जा चुकी हैं.
तिलहन वाली फसल का हाल
इसी तरह से तिलहन वाली फसलों के बुवाई क्षेत्र में भी इजाफा हुआ है. इस साल जुलाई तक 80.31 लाख हेक्टेयर तक तिलहन फसलों की बुवाई की जा चुकी है. पिछले साल यह आंकड़ा 51.97 लाख हेक्टेयर तक था. मूंगफली का रकबा पिछले साल की तुलना में कम हुआ है. इस साल 17.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी बुवाई हुई जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 21.24 था. सोयाबीन का रकबा इस साल 60.63 लाख हेक्टेयर है तो पिछले साल यह आंकड़ा 28.86 लाख हेक्टेयर था.
अगर सूरजमुखी की बात करें तो इसका बुवाई क्षेत्र 0.46 लाख हेक्टेयर था और पिछले साल यह आंकड़ा 0.30 लाख हेक्टेयर था. वहीं गन्ने का रकबा इस साल 56.88 लाख हेक्टेयर दर्ज हुआ है. पिछले साल यह आंकड़ा 55.45 लाख हेक्टेयर था.