मुंबई। प्रदेश में कपास और सोयाबीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेष कृति (एक्शन) योजना के लिए अगले तीन साल में एक हजार करोड़ रुपए निधि देने के फैसले को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। इस योजना को लागू करने के लिए प्रदेश के कृषि मंत्री दादाजी भुसे की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा। इस योजना की 60 प्रतिशत निधि कपास और सोयाबीन फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों तक प्रौद्योगिकी पहुंचाने, खादों के लिए अनुदान देने और कृषि विश्वविद्यालयों के बीजों के अधिक इस्तेमाल पर खर्च की जाएगी। जबकि 40 प्रतिशत निधि फसलों के भंडारण सुविधा, प्रक्रिया करने, क्लिनिंग ग्रेडिंग यूनिट, जैविक खाद उत्पादन समेत अन्य कामों पर खर्च किया जाएगा। राज्य में कपास की फसल का उत्पादन 42 लाख हेक्टेयर और सोयाबीन की फसल का उत्पादन 46 लाख हेक्येटर क्षेत्र में होता है। इन दोनों प्रमुख फसलों का उत्पादन देश में होने वाले उत्पादन की तुलना में कम है। सरकार के संज्ञान में आया है कि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाले किसान दोनों फसलों का उत्पादन अधिक करते हैं। जबकि उसी तहसीलों के अन्य इलाकों किसानों का उत्पादन काफी कम होता है। इसके मद्देनजर इस योजना को शुरू करने का फैसला किया गया है।